‘मोदी सरकार ने पहले किसानों के पेट पर लात मारी, अब सीने में गोली मार रही है’

कांग्रेस ने देश व्यापी किसान आंदोलन में हिस्सा लेने का एलान कर दिया है। अशोक तंवर के बाद मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिल्ली में इसको लेकर एक बैठक दिया। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पार्टी किसानों के समर्थन में 16 जून से प्रदेशव्यापी अभियान में हिस्सा लेगी।

इस दैरान हुड्डा खेमे के अलावा उनके दिल्ली के आवास पर तमाम मौजूदा विधायकों, सांसदों के अलावा पूर्व विधायकों ने भाग लिया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसानों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है।

इसके बाद उन्होंने कहा, “अगर स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू नहीं किया तो आंदोलन को और व्यापक करके इसे सड़क से संसद तक की लड़ाई बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के नाम पर राजनीति करके भाजपा ने सत्ता हथियाई, आज उन्हीं किसानों की छाती पर भाजपा सरकार गोली बरसा रही है। इससे शर्मनाक देश में कुछ नहीं हो सकता।”

सरकर के उन्होंने मांग किया कि हुड्डा ने कहा कि कच्चे तेल की कम कीमत से जितना मुनाफा पिछले तीन साल में केंद्र सरकार ने कमाया है, वह सारा पैसा किसानों का कर्ज माफ करने में इस्तेमाल किया जाए।

इसके अलावा बैठक में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने और किसानों के कर्ज माफ करने समेत 12 प्रस्ताव पारित किए गए। हुड्डा ने कहा कि इन मुद्दों को लेकर आंदोलन चलाएगा। बैठक में यह भी तय हुआ कि पहले चरण में 16 जून को पिपली (कुरुक्षेत्र), 21 जून को सिरसा, 25 जून को रेवाड़ी, 1 जुलाई को सोनीपत, 5 जुलाई को जींद तथा 7 जुलाई को नूंह जिले में किसानों के हक में धरने दिए जाएंगे।