इस लड़की की वजह से मोदी सरकार ने पशुओं की खरीद-फ़रोख्त पर रोक लगाई है

मोदी सरकार के पशुओं की खरीद-फ़रोख्त पर रोक लगाने के फैसले की वजह है एक महिला एनिमल एक्टिविस्ट है। नाम है गौरी मौलेखी। गौरी ‘पीपुल्स फॉर एनिमल्स’ नाम की एक सामाजिक संस्था से जुड़ी हैं।

वह केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी की सलाहकार हैं और इस मामले में पिछले कई सालों से सक्रिय थीं।

अंग्रेजी वेबसाइट रेडिफ डॉट कॉम से बातचीत में गौरी ने बताया कि उन्होंने साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका डाली थी। इसमें बताया गया था कि देश में जानवरों की तस्करी हो रही है। पशुओं को गैरकानूनी तरीके से खरीद कर सीमा पार भेजा जा रहा है।

केंद्र सरकार ने एनिमल एक्टिविस्ट गौरी मौलेखी की इसी याचिका के बाद अधिसूचना जारी कर बाजार से वध के लिए जानवरों की खरीद पर रोक लगाई है।

गौरी का कहना है कि इस नियम को लागू करने के पीछे केंद्र सरकार का मकसद जानवरों पर हो रहे अत्याचारों को रोकना है, न की लोगों के बीफ या मांस खाने-पीने की आदतों पर रोक लगाना।

उन्होंने कहा कि इस क़ानून में ऐसा कहीं नहीं कहा गया कि आप जानवर काट नहीं सकते हैं। आप बाजार या मंडियों से जानवरों की खरीद सिर्फ खेती या वैध कामों के लिए कर सकते हैं।