बिहार में मुस्लिम वोटर्स RJD और कांग्रेस के जाल में फंस गया!

पटना: लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले NDA ने शानदार जीत हासिल की है। बिहार में तो NDA ने एक नया इतिहास रचते हुए 40 में से 39 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय जनता दल के हिस्से कोई सीट नहीं आई जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस किशनगंज लोकसभा सीट को जीतने में कामयाब रही।

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, कांग्रेस के अलावा महागठबंधन का कोई भी घटक दल सीट नहीं जीत पाया। बिहार में NDA ने 50 फीसदी से भी ज्यादा सीटों पर कब्जा जमाया और उसकी शानदार सफलता में यह ध्यान देने योग्य तथ्य है।

इन चुनावों में एनडीए को कुल मिलाकर 53.3 प्रतिशत वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी के हिस्से कुल 23.6 प्रतिशत वोट आए और उसे कुल 96,22,724 लोगों ने वोट दिया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जनता दल (युनाइटेड) के हाथ दूसरा बड़ा हिस्सा आया और उसे कुल 21.8 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिला।

संख्या के हिसाब से देखें तो उसे 89,02,719 लोगों का समर्थन मिला। वहीं, रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी 7.9 प्रतिशत वोटों या 32,06,979 लोगों के समर्थन से वोट शेयर के मामले में RJD से पीछे चौथे स्थान पर रही।

महागठबंधन की बात की जाए तो इन चुनावों में उसका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। इन चुनावों में राष्ट्रीय जनता दल को 15.4 प्रतिशत वोट मिले हैं।

पार्टी को कुल मिलाकर सूबे के 62,70,107 लोगों ने वोट किया। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस भी 7.7 प्रतिशत वोटों पर कब्जा जमाने में कामयाब रही और उसे 31,40,797 लोगों का समर्थन मिला।

हालांकि जहां राष्ट्रीय जनता दल अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही, वहीं कांग्रेस के हिस्से एक सीट आई। महागठबंधन की इन 2 पार्टियों के अलावा बाकी घटक दलों का भी प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा।