मुस्लिम सासंदो का संसद में कभी नहीं पहुंचा 50 क आकड़ा!

इस बार 542 लोकसभा सीटों में से कुल 27 मुस्लिस सांसद चुनकर आए हैं, जबकि 16वीं लोकसभा में सिर्फ 22 थे। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 303 सीटें जीतीं है और अपने सहयोगियों के साथ पार्टी ने 543 सदस्यीय लोकसभा में 353 सीटों पर जीत दर्ज की। सौमित्र इसी साल टीएमसी से बीजेपी में शामिल

टाइम्स नाऊ पर छपी खबर के अनुसार, एनडीए में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के महबूब अली कैसर एक अन्य मुस्लिम उम्मीदवार हैं जो बिहार की खगड़िया लोकसभा सीट से जीते हैं। बाकी 26 मुस्लिम सदस्य विपक्षी दलों से हैं।

उत्तर प्रदेश से छह मुस्लिम सांसदों ने चुनाव जीता। 2014 के आम चुनावों में यूपी से कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार विजयी नहीं हुआ था। इन 6 में से 3 सपा के और 3 बीएसपी के हैं।

आजम खान (रामपुर), अफजाल अंसारी (गाजीपुर), डॉ. एसटी हसन (मुरादबाद), हाजी फजलुर्रहमान (सहारनपुर), शफीकुर रहमान बर्क (संभल) और दानिश अली (अमरोहा) लोकसभा पहुंच रहे हैं।

भारतीय संसद में सबसे ज्यादा मुसलमान सांसद 1980 में चुने गए थे। 1980 में 49 मुसलमान चुनकर संसद पहुंचे थे। 1984 के चुनावों में भी 45 मुसलमान सांसद चुने गए थे।1952 में जब पहली बार चुनाव हुए तो 25 मुसलमान संसद का हिस्सा बने थे।

यूपी के बाद पश्चिम बंगाल से 5 सांसद चुने गए हैं जिसमें चार का संबंध टीएमसी से है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर और केरल से तीन-तीन सांसद चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। बिहार और असम से दो-दो मुस्लिम सांसदों को कामयाबी मिली है। इसके अलावा एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद से चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं।