सीरिया में मानवधिकार का उल्लंघन व मुसलमानों की हत्या के खिलाफ ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली: सीरिया के हालात पर गुस्सा व उदासी का इज़हार करते हुए उत्तरी दिल्ली के ओखला में जामिया मिल्लिया इस्लामिया अल्मानाई एसोसिएशन और स्थानीय लोगों के साझा सहयोग से शुरू होने वाले आंदोलन स्टेंड फॉर सीरिया के सदस्यों ने पिछले दिनों तिकोना पार्क से लेकर जामे मस्जिद तक विरोध मार्च निकाला और गम व गुस्सा का इज़हार किया।

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उसमें शामिल जामिया आलमनाई के चेयरमैन शिफाउर रहमान, खाजन एडवोकेट मोहम्मद अरीब हसन आदि शामिल हुए थे। लोगों का कहना था कि सीरिया में जो कुछ भी हो रहा है वह गलत हो रहा है और इंसानियत को आहत करने वाला है। वहां मासूम और बेगुनाह नागरिकों को क़त्ल किया जा रहा है और बमबारी के जरिए गाँव और शहर तक बर्बाद किये जा रहे हैं जिनके रहने वालों की लाशों तक निकालने वाला कोई नहीं है, ऐसे में इंसानियत पसंद लोगों की ज़िम्मेदारी बन जाती है कि वह विरोध की आवाज़ उठायें।

लोगों का यह भी कहना था कि संयुक्त राष्ट्र को इस ओर गौर व फ़िक्र करना हाहिये और त्वरित शांति बहाल करने के लिए क़दम उठाने चाहिए। लोगों का यह भी मानना था कि अमेरिका जैसे ज़ालिम देश को सीरिया में आसमान में अपने युद्धक विमान भेजने की इजाजत नहीं देनी चाहिए और इंसानी जानों के दुश्मनों के खिलाफ वर्ल्ड कोर्ट में मुक़दमा दर्ज होना चाहिए। आखिर में जामा मस्जिद में सीरिया के मजलूमों के लिए दुआ कराई गई।