डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ बलात्कार के मामले में मुख्य जांच अधिकारी एम नारायणन ने बाबा की अय्याशियों के कई बड़े खुलासे किए हैं।
न्यूज़18 को दिए इंटरव्यू में सीबीआई के पूर्व डीआईजी एम नारायणन ने कहा कि राम रहीम अपने आश्रण में मध्यकालीन सामंतों की तरह रहता था। वो हर वक्त महिलाओं (साध्वियां) से घिरा रहता था। नारायणन ने कहा कि डेरा की प्रमुख साध्वी हर रात करीब 10 बजे एक साध्वी को गुरमीत राम रहीम के कमरे में सोने के लिए भेजती थी।
नारायणन ने बताया कि राम रहीम के कमरे में कॉन्डोम और गर्भनिरोधक गोलियों का ढेर था। वो मैनियाक था, असली जानवर। पूर्व सीबीआई अधिकारी ने कहा कि गुरमीत राम रहीम किसी शातिर अपराधी की तरह अपराध के सारे सबूत मिटा देता था।
नारायणन ने बताया कि सारे दबाव के बावजूद सीबीआई आखिरकार गुरमीत राम रहीम द्वारा रेप का शिकार बन चुकी 10 पीड़िताओं से संपर्क करने में कामयाब हो गई थी। लेकिन उनमें से ज्यादातर शादीशुदा थीं इसलिए वो राम रहीम के खिलाफ केस नहीं कराना चाहती थीं। सीबीआई ने दो पीड़िताओं को शिकायत करने के लिए तैयार किया और 56वें दिन अंबाला कोर्ट में आरोपपत्र दायर कर दिया।
केरल के उत्तरी कासरगोड जिले में रिटायरमेंट के बाद से रह रहे नारायणन ने कहा, “हम सिरसा में उनके आश्रम गए थे। राम रहीम ने मुझे मिलने के लिए 30 मिनट का समय दिया था। वहां वह एक गुफा में रहते थे, जिसमें ऐशो-आराम की सारी सुविधाएं मौजूद थीं। हम वहां पहुंचे और करीब तीन घंटे तक रेप के मामले में उनसे पूछताछ की।”