राजस्थान: गांवों में पानी की किल्लत के साइड इफैक्ट, कुंवारे बैठे हैं लड़के

बुंदेलखंड और राजस्थान में कई ऐसे गांव हैं जहां लोग अपनी बेटियां नहीं बिआहना चाहते हैं। यहां के लड़को से कोई अपनी बेटी की शादी नहीं करना चाहता है वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे । इन गांव में पानी की समस्या है जिसकी वजह यहां शादियां नहीं होती हैं

पानी की समस्या की वजह से राजस्थान के जाट बाहुल्य वाले गांवों में कुंवारे लड़कों की शादी नहीं हो रही। कोई भी इन इलाकों में अपनी बेटी ब्याहने को तैयार नहीं है। शादी न होने और पानी की कमी से परेशान जाट युवकों ने प्रधानमंत्री और राज्य की मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है।

अलवर जिले के भरतपुर और ढोलपुर गांवों में पानी की दिक्कत की वजह से लड़कों की शादी नहीं हो पा रही क्योंकि कोई भी इन गांवों में अपनी बेटी नहीं भेजना चाहता। ऐसे हालात से परेशान होकर इलाके के जाट नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को चिट्ठी लिखकर इलाके के 30 से 40 गांवों में पास की नदियों और गुड़गांव नहर से पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने को कहा है।

पानी की समस्या से जूझ रहे 40 गांवों के करीब 3,500 से 4,500 युवा कुंवारे बैठे हैं क्योंकि कोई उन इलाकों में अपनी बेटी की शादी नहीं करना चाहता जहां पानी की कमी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आस-पास के लगभग सभी पानी के स्रोत सूख चुके हैं।

भरतपुर जिला परिषद के सदस्य नेम सिंह फौजदार ने बताया, ‘पानी की कमी से न केवल खेती पर असर हुआ है, बल्कि इसके चलते कई लोग अपनी बेटियों की शादी इन जिलों के बाहर और कई तो अन्य राज्यों में करना चाहते हैं। ऐसे में लड़के कुंवारे बैठे हैं।’