सऊदी अरब से रिश्ते बिगाड़े तो अमेरिका को होगा भारी नुकसान- US विदेश मंत्री

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का कहना है कि पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या में सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के शामिल होने की कोई प्रत्यक्ष जानकारी नहीं है। पोम्पियो ने कहा कि इस हत्या की वजह से अमेरिका, सऊदी अरब के संबंधों को कमतर करना एक भारी गलती होगी।

पोम्पियो ने सीनेटर्स के साथ गुप्त बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, “जमाल खशोगी की हत्या से सऊदी प्रिंस के जुड़े होने की कोई प्रत्यक्ष जानकारी नहीं है। ” पोम्पियो ने कहा कि खशोगी की हत्या की वजह से अमेरिका, सऊदी अरब के संबधों को कमतर करना अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक भारी गलती होगी।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खशोगी की हत्या को क्रूरता कहा था लेकिन इसके साथ ही ट्रंप ने यह भी कहा था कि इस हत्या में क्राउन प्रिंस के शामिल होने को लेकर सीआईए किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा है।

ट्रंप ने सऊदी अरब के साथ अमेरिकी संबंध का बचाव किया है जबकि तुर्की के राष्ट्रपति खशोगी हत्या मामले में सऊदी अरब पर दबाव बनाये हुए हैं। दो अक्टूबर को तुर्की में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में जमाल खशोगी की हत्या के बाद उनके शव के टुकड़े कर दिये गये थे।

रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट एंड अटलांटिक काउंसिल में शोधार्थी एच ए हेल्लयार ने कहा कि मालूम होता है कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस की इस यात्रा का मकसद अपनी छवि सुधारना और सहयोगी देशों के साथ रिश्ते सुधारना है।

उन्होंने कहा कि अप्रैल में अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने माइकल ब्लूमबर्ग, रूपर्ट मर्डोक, डिज्नी के प्रमुख बॉब आइगर, गूगल के सह संस्थापक सर्गेई ब्रिन, एप्पल के टिम कुक और पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज एच. बुश एवं अन्य लोगों से मुलाकात की थी और मुझे नहीं लगता कि निकट भविष्य में वह इस तरह से पश्चिमी देशों की यात्रा कर सकेंगे। हेल्लयार ने कहा कि ऐसा बिल्कुल लगता नहीं कि इस वक्त वह इस तरह की लंबी यात्रा कर सकते हैं।

साभार- ‘ज़ी न्यूज़’