OIC की बैठक में क़तर ने छोटे स्तर के अधिकारियों को भेजा, यूएई ने नाराज़गी जताई

क़तर के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त अरब अमीरात के बयान का मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा कि हमारा जिस स्तर का प्रतिनिधिमंडल अबू धाबी गया था उससे ज़्यादा की यूएई की हैसियत नहीं थी।

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार की हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित हुई ओआईसी के विदेश मंत्रियों की वार्षिक बैठक में क़तर द्वारा भेजे गए विदेश सचिव स्तर के प्रतिनिधिमंडल की आलोचा करते हुए यूएई के विदेश मामलों के राज्यमंत्री ने कटाक्ष किया है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, यूएई के बयान के जवाब में क़तर ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा है कि जो प्रतिनिधिमंडल उसने ओआईसी की वार्षिक बैठक के लिए अबू धाबी भेजा था वह ही यूएई की हैसियत से ज़्यादा था।

संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मामलों के राज्यमंत्री अनवर क़रक़ाश ने क़तर पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि, अबू धाबी में आयोजित हुए ओआईसी के सम्मेलन में निचले स्तर का प्रतिनिधिमंडल भेजकर क़तर ने इस संगठन की गरीमा को नुक़सान पहुंचाने का काम किया है।

अनवर क़रक़ाश के कटाक्ष पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए क़तर के विदेश मंत्रालय के मीडिया कार्यालय के प्रमुख “अहमद बिन सईद अलरमीही” ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में क़तर द्वारा भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडल का चयन मेज़बान देश की अहमियत और उसकी हैसियत पर निर्भर करता है और यूएई की हैसियत इससे ज़्यादा की नहीं थी।

क़तर के विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि जो चीज़ अबू धाबी में हुए ओआईसी के सम्मेलन में सबसे अधिक महत्वपूर्ण रही वह यह है कि इस बैठक में दोहा के प्रतिनिधिमंडल ने स्पष्ट किया है कि क़तर की घेराबंदी ग़ैर-क़ानूनी है।