गाय के नाम पर आतंकी भीड़ ने एक और मुस्लिम बुज़ुर्ग को पीट-पीटकर किया अधमरा

कल ही के खबर के मुताबिक गिरिडीह में पुलिस की मौजूदगी में ‘भगवा आतंकियों’ की भीड़ एक पशु व्यापारी को जान से मारने का एलान करती है। आतंकी भीड़ व्यापारी के घर को आग लगा देती है।

गिरिडीह के देवरी थाना के मन्द्रो गांव में गाय को मारकर फेकने की अफवाह फैलाकर एक और जान लेने की कोशिश की गई, घटना मंगलवार शाम की है, गिरिडीह में सांप्रदायिक तनाव भी बना हुआ है।

सोचिये एक व्यक्ति ने 3 महीने पहले एक गाय खरीदता है अचानक गाय की तबीयत खराब हो जाती है और गाय की मौत हो जाती, गाय को फेकने के लिए गांव के दलितों को 1000 रूपए दे कर गाय को फेंकवा दिया जाता है।

तभी कुछ मुट्ठी भर नफरत के सौदागरों ने गलत फायदा ऊठाया और मरी हुई गाय को सर और पैर काट कर फेक दिया और अफवाह फैला दी कि एक समुदाय ने गाय को काट कर फेंक दी है, और इसी बात भीड़ भड़क कर निर्दोष बुजुर्ग को पिट पिट कर अधमरा दिया।

यह जो भीड़ है वो आतंकियों का एक समुह है जिसे संघ ने एक घागा में पिरो कर माला का रुप दे दिया है, यह माला जिसके गले में पड़ता है उसका गला जरुर कटता है।

बहुसंख्यक समुदाय अगर सही समय पर अपनी चुप्पी नहीं टोड़ता है तो यह माला और बड़ा होता जाएगा और इसकी ज़द में कई लोगों के गले आते जाएंगे , तब बचाये रहियो भारतीय संस्कृति को।

अशरफ हुसैन के फेसबुक वॉल से साभार