ABVP के खिलाफ़ प्रदर्शन, छात्र बोले- गुरमेहर को 20 साल का बताने वाले भगत सिंह की उम्र भूल गए

डीयू के रामजस कॉलेज में एबीवीपी की गुंडागर्दी और हिंसा के खिलाफ आज फिर से वामपंथी संगठन के छात्रों ने मण्डी हाउस से लेकर जंतर मंतर तक विरोध प्रदर्शन किया। इस मार्च में डीयू और जेनयू के छात्रों ने हिस्सा लिया और सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की।

मार्च में शामिल छात्रों का कहना है, ‘सरकार पूछती है की 20 साल की गुरमेहर कौर के दिमाग में किसने ज़हर भरा है। लेकिन शायद वे ये भूल रहे हैं कि भगत सिंह को जब फांसी लगी थी तो उनकी उम्र क्या थी। हम क्या पहनेंगे क्या बोलेंगे ये सरकार नहीं तय करेगी।’

जंतर मंतर में छात्रों के प्रदर्शन में पहुंचे जदयू के राज्यसभा सांसद केसी त्यागी और सीताराम येचुरी ने छात्रों को आश्वासन दिया कि रामजस विवाद को संसद में उठाया जाएगा। जंतर मंतर पर छात्रों की सभा में जेएनयू के पूूूूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी मौजूद रहे।

इसके अलावा योगेंद्र यादव भी मार्च में शामिल हुए। इससे पहले लेफ्ट से जुड़े छात्र संगठनों ने मंडी हाउस से लेकर जंतर मंतर तक जुलूस निकाला। इस दौरान छात्रों ने जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद की सुरक्षित वापसी की भी मांग की।

सीताराम येचुरी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, आपको यहां पढ़ाई और लड़ाई दोनों करना है। हम आपके साथ हैं। वहीं सीताराम येचुरी ने बीजेपी और एबीवीपी पर हमला करते हुए कहा कौन राष्ट्रवादी है और कौन नहीं है इसका निर्णय लेने वाले ये कौन होते हैं।

रामजस कॉलेज के सेमिनार में उमर ख़ालिद के बोलने को लेकर विवाद उठा था। आज उमर ख़ालिद छात्रों के बीच पहली बार प्रदर्शन के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘वे कहते हैं कि मेरे बोलने से छात्र भड़कते हैं। मैं कहता हूं कि आपको भड़कना भी चाहिए। असमानता के खिलाफ लड़ने वालों को बिल्कुल भड़कना चाहिए। अब गुलामी के दिन खत्म हो गए। पहले वे आते थे और हमें पीटकर चले जाते थे, पर अब ऐसा नहीं होगा।’