‘नोटबंदी करके मोदी सरकार ने एंटी नेशनल काम किया है’

पिछले साल 8 नवंबर को पीएम मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा किए जाने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने पुराने नोटों के सरकारी बैंकों में वापस आने से जुड़े आंकड़े बताए हैं।

आरबीआई ने कहा है कि नोटबंदी के बाद 1000 रुपये और 500 रुपये के करीब 99 प्रतिशत नोट वापस आए हैं।

पुराने नोटों के वापस बैंकिंग सिस्टम में लौटने पर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं।

इस बीच राहुल गांधी ने ट्वीट करके सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि यह सरकार की एक बहुत बड़ी नाकामी है, जिसकी वजह से कई निर्दोष ज़िंदगियां चली गईं और अर्थव्यवस्था तबाह हो गई। उन्‍होंने पूछा है कि क्या पीएम इसकी ज़िम्मेदारी लेंगे?

सीताराम येचुरी ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया। येचुरी ने ट्वीट कर कहा कि 99 फीसदी नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आ गए हैं, लेकिन इसकी वजह से सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई। कई लोगों की नौकरी छिन गई, देश मोदी सरकार के द्वारा किया गया ये एंटी नेशनल काम कभी नहीं भूल पाएगा।

जवाब में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी कहा कि नोटबंदी हर मोर्चे पर सफल रही है। कालेधन के ख़िलाफ़ लड़ाई को नहीं समझने वाले ही नोटबंदी की क़वायद पर सवाल उठा रहे हैं।

बता दें कि बुधवार को आरबीआई ने बताया कि कुल 15 लाख 44 हजार करोड़ के पुराने नोट बंद हुए थे। इनमें से 15 लाख 28 हजार करोड़ की रकम बैंकों में लौटी है। नोटबंदी के बाद पुराने 1,000 रुपये के कुल 632.6 करोड़ नोटों में से 8.9 करोड़ नोट अब तक नहीं लौटे हैं।