RSS के प्रचारक थे छेड़छाड़ के आरोपी पूर्व राज्यपाल षणमुगनाथन

नई दिल्ली। मेघालय के राजभवन को “लेडीज क्लब” बनाने वाले पूर्व राज्यपाल वी षणमुगनाथन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक भी रह चुके हैं। षणमुगनाथन के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाए जाने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनका इस्तीफा कबूल भी कर लिया।

वी षणमुगनाथन मद्रास यूनिवर्सिटी के गोल्ड मेडलिस्ट छात्र रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार षणमुगनाथन आरएसएस के प्रचारक भी रहे चुके हैं। षणमुगनाथन के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाकर कर्मचारियों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बताया कि कई युवतियां अपने मन मुताबिक राजभवन आती जाती थीं। कई युवतियों की डायरेक्ट पहुंच षणमुगनाथन के बेडरूम तक भी थी।

राजभवन में पीआरओ की नौकरी के लिए आवेदन देने वाली एक अभ्यर्थी ने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने उसे बाहों में भरकर चूम लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक षणमुगनाथन महिला अभ्यर्थियों को खुद से फोन से करते थे। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि षणमुगनाथन राजभवन को लेडीज क्लब बना दिया था।