RSS नेताओं से नितिन गडकरी की मुलाकात, बंद दरवाजों के पीछे बातचीत से कयासों का दौर जारी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (RSS) सरकार्यवाह भैयाजी जोशी की मुलाकात ने चर्चाओं को हवा दी है. दोनों नेता सोमवार को नागपुर में मिले. इस बैठक में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद रहे. बंद दरवाजों के पीछे हुई इस मुलाकात को बीजेपी नेता ‘रूटीन मुलाकात’ बता रहे हैं.

रविवार को ही एक्जिट पोल्‍स में भाजपा नीत राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को दोबारा स्‍पष्‍ट बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया है. गुरुवार (23 मई) को मतों की गणना होनी है. सोमवार को प्रधानमंत्री की बायोपिक ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ का नया पोस्टर लांच करते समय गडकरी ने कहा था कि “एक्जिट पोल अंतिम निर्णय नहीं हैं, बल्कि संकेत करते हैं. हालांकि एक्जिट पोल में जो भी होता है, कमोबेश रिजल्ट में आता है.”

‘मोदी ही दोबारा बनेंगे प्रधानमंत्री’

गडकरी ने हाल के दिनों में कई ऐसे बयान दिए जिन्‍हें बीजेपी नेतृत्‍व के खिलाफ समझा गया. भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि BJP की नई सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गठित किया जाएगा, क्योंकि उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया था.

जब उनसे प्रधानमंत्री पद की रेस में होने को लेकर सवाल पूछे गए तो उन्‍होंने कहा, “मैंने 20 से 50 बार साफ किया है. हम मोदीजी के नेतृत्‍व में चुनाव लड़े हैं और निश्चित ही दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे.”

गडकरी ने सोमवार को कहा, “देश के लोग एक और फिर बीजेपी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पिछले पांच साल में हमारे द्वारा किए गए कामों का समर्थन कर रहे हैं और एक्जिट पोल्‍स इस ओर इशारा भी करते हैं.”

चौदह में 12 एक्जिट पोल ने राजग को 282 से 365 सीटें देते हुए पूर्ण बहुमत दिया है. लोकसभा की 543 में से 542 पर चुनाव हुए हैं, जिसमें सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन के पास बहुमत का आंकड़ा 271 होना चाहिए.