RSS लेगा लाखों छात्रों की परीक्षा, सफल छात्रों को पढ़ाया जाएगा हिंदुत्व का पाठ

राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) की शाखा विजन भारती देशभर के स्कूलों में एक प्रतियोगिता परिक्षा लेगी। 20 नवंबर को होने वाले इस प्रतियोगिता में कुल दो हजार सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के 1.4 लाख छात्र भाग लेंगे हैं। यह प्रतियोगिता में 6 क्लास से लेकर 11वीं तक के छात्र भाग लेंगे।

यह परिक्षा ‘भारत का विज्ञान में योगदान’ और ‘राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद की जीवनी’ जैसे विषयों पर आधारित होगा। परीक्षा में जिन किताबों को छात्रों को दिया गया उसमें ‘ऋग वेद के हिसाब से एस्ट्रोनॉमी  एंड  मेटाफिजिक्स की परिभाषाएं दी गई हैं तो वहीं वैदिक काल में परमाणु का खोज कर लेने का वर्णन किया गया और जीवविज्ञान में बताया गया है कि सुश्रुत सर्जरी के जनक थे। इन स्टडी मटेरियल में सर्जरी के 300 से अधिक तरीके बताए गए हैं। बताया गया है कि परीक्षा में ऐसे ही सवाल आएंगे।

इस परीक्षा में डीपीएस, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और एमिटी इंटरनेशनल स्कूल जैसे बड़े और नामी स्कूल भी शामिल होने वोले है। द इंडियन एक्प्रेस के मुताबिक भाग लेने वाले सभी स्कूलों के टीचर्स को परीक्षा के लिए दिया गया यह सलेब्स काफी पसंद आया है। स्कूलों के प्रिंसिपल्स का मानना है कि पढ़ने के लिए दी गई सामग्री बहुत अच्छी है और उससे बच्चों को विज्ञान में भारत के योगदान के बारे में पता लगेगा और साथ ही विज्ञान के प्रति उनकी रुचि बढ़ेगी।

विजन भारती के सचिव ए. जयकुमार ने कहा कि इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विज्ञान में भारत के योगदान के बारे में बताना और विज्ञान के प्रति उनकी रुचि को जगाना है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की तरफ से इस पेपर के लिए कोई आर्थिक मदद नहीं की गई है।

विजन भारती की तरफ से बताया गया है कि उनकी संस्था पेपर्स को चेक करेगी और उसके बाद सफल हुए छात्रों को स्टेट और नेशनल लेवल की परीक्षा में बैठाया जाएगा। उसके बाद सफल परीक्षार्थियों को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा। यह सभी बाते पढ़ने के लिए दी गई किताबों में भी बताई गईं है। मसलन आर्यभट्ट के बारे में, आयुर्वेद के बारे में, तेल से होने वाली विभिन्न मसाज के तरीकों का भी किताबों में जिक्र है। इसके अलावा इन किताबों में इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) के बारे में भी जिक्र किया गया है।