‘उबैद, हुसैन और अब्दुल की भीड़ ने मार डाला’ वाले बयान पर वीरेंद्र सहवाग ने माफ़ी मांगी

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्‍लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने शनिवार को ट्वीट करके केरल में एक आदिवासी पुरुष की भीड़ द्वारा हत्‍या किए जाने की निंदा की थी. हालांकि बाद में उन्‍होंने इस ट्वीट पर सफाई दी और माफी भी मांगी.

इस मामले में सहवाग ने ट्वीट कर कहा था  की यह सभ्‍य समाज के लिए कलंक की तरह है. उन्‍होंने ट्वीट पर तीन आरोपियों के नाम भी लिखे जो मुस्लिम हैं. यह व्यापक रूप से मुसलमानों द्वारा एक हिन्‍दू की हत्‍या का मामला लगा. आठ घंटे के अंदर सहवाग के ट्वीट पर तीन हजार लोगों ने जवाब दिया. अधिकतर लोगों ने कहा कि आप इस भयावह अपराध के पीछे धर्म क्‍यों देख रहे हैं. कई आरोपियों में से आपने सिर्फ तीन लोगों ने नाम को चुना. पुलिस इस मामले में अभी तक 16 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.

हालांकि बाद में सहवाग ने बाद में इस मामले में बाद में माफी मांगी. सहवाग ने दूसरे ट्वीट पर लिखा, गलती को नहीं मानना दूसरी गलती है. मैं माफी चाहूंगा कि मुझसे और लोगों के नाम अधूरी जानकारी की वजह से छूट गए मैं इसके लिए तहेदिल से माफी मांगता हूं लेकिन मेरा ट्वीट किसी भी तरह से सांप्रदायिक नहीं था. हत्यारे धार्मिक रूप से अलग भले हों लेकिन हिंसक मानसिकता की वजह से वे एक हैं.

बता दें की केरल में एक आदिवासी युवक को भीड़ ने चावल चुराने के आरोप में पीट-पीट कर मार दिया था।  मृत युवक का  नाम ए मधु बताया जा रहा है और वह मानसिक रूप से विक्षिप्त था। इस युवक को गुरुवार की शाम चोरी के शक में कुछ लोगों ने जंगल से पकड़ा। वे उसे पीटते हुए बाहर लाए और उसे रस्सियों से बांध दिया। उसके बाद रस्सियों से बंधे मधु पर उन लोगों ने लात-घूंसे बरसाने के साथ ही डंडों से भी पीटा। इस हैवानियत के दौरान कुछ लोग उसके साथ सेल्फी भी लेते रहे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि वह इस घटना से काफी आहत हुए हैं. इस मामले में मुख्‍यमंत्री पिनाराई विजयन ने पीड़ित के परिवार को दस लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है.