“SMOKING” की लत नींद उड़ा सकती है

अगर आप अच्छी नींद चाहते हैं तो स्मूकिंग को हमेशा के लिए अलविदा कह दीजिए। हालिया तहकीक के नतीजे बताते हैं कि स्मूकिंग से न सिर्फ कैंसर और दिल की बीमारियां होती है, बल्कि नींद की खासियत भी मुतास्सिर होती है। यह तहकीक एफएएसईबी मैग्जीन में शाय हुआ है।

तहकीक के मुताबिक, स्मूकिंग से फेफड़े और दिमाग की पर असर पड़ता है।और जिसकी वजह से अच्छी नींद नहीं आती और डिप्रेशन, तनाव, चिड़चिड़ापन और मूड खराब रहने जैसी परेशानिया आम हो जाती हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ रोचेस्टर मेडिकल सेंटर वाकेय् डिपार्टमेंट ऑफ एनवायरमेंट मेडिसिन के इरफान रहमान ने बताया कि इस तहकीक के तहत स्मूकिंग के सबब फेफड़ों, और जिस्मानी अफाल पर पड़ने वाले खराब असरात का मुताला किया गया। तंबाकू के इस्तेमाल से दिमाग में सूजन व डिप्रेशन का लेवल बढ़ता है और फेफड़ों की बकायदा सरगर्मिया मुतास्सिर होती है।

स्मूकिंग से जिस्म में एसआइआरटीयूआइएन 1 [एसआइआरटी 1] नामी मालेक्यूल में कमी आती है। चूहे पर किए गए टेस्ट में पाया गया कि इस एंटी एजिंग मालेक्यूल में कमी आने से उसके फेफड़ों और दिमाग में क्लॉक प्रोटीन [बीएमएएल१] की सरगर्मी का सतह / लेवल कम हो जाता है।

इसी तरह की कमी स्मूकिंग के आदी इंसान के फेफड़ों के रेशों मे भी पाई गई। तहकीक के नतीजे बताते हैं कि एसआइआरटी 1 मालेक्यूल क्लॉक प्रोटीन को बैलेंस रखता है।