भीड़ के हाथों मुसलमानों की हत्या के ख़िलाफ ईद की नमाज़ काली पट्टी बांधकर पढ़ने की अपील!

पिछले कुछ सालों में लगातार मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। भीड़ ने मोहसिन शेख, अख़लाक, नोमान, मिन्हाज़ अंसारी, पहलू खान, नईम और अब बल्लभगढ का जुनैद को निशाना बनाया है।

सोशल मीडिया पर अब मुसलमानों की हत्या के विरोध में आवाज़ बुलंद रही है। इस बार ईद की नमाज़ काली पट्टी बांधकर पढ़ने की अपील की जा रही है। सोशल मीडिया पर ऐसे मैसेज वायरल हो रहे हैं जिसमें मुसलमानों से अपील की जा रही है कि मुसलमानों की हत्याओं के खिलाफ़ लोकतांत्रिक तरीके से आवाज़ उठाई जाए ।

ईद की तैयारियों के बीच मुस्लिम युवकों ने नमाज़ काली पट्टी बांधकर पढ़ने का फैसला किया है और लोगों से भी अपील की है कि वो भी काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराएं ताकि सरकारों की नींद टूटे ।

सोशल मीडिया पर #stoplynchingmuslim और #stopkillingmuslim ट्रेंड कर रहा है। यूज़र्स अपना विरोध खुलकर दर्ज करा रहे हैं ।

मोहम्मद आरिफ़ खान लिखते हैं कि इस देश का सेक्यूलरिज्म सिर्फ़ इफ़्तार पार्टी देने से होता है, बाकी मुसलमान सड़कों पर कुचल कर मार दिया जाए सेक्यूलरिज्म को कोई खतरा नहीं है ।। उलेमा बिरयानी खाने में व्यस्त हैं , उनको डिस्टर्ब ना करें, अपनी लड़ाई खुद लड़ें , सियासी जमातों का बहिष्कार करें ।

अशरफ हुसैन लिखते हैं कि मैं ईद के दिन काली पट्टी इसलिए बांधूगा कि कल को मॉब लिंचिंग का शिकार मेरा कोई अपना ना हो।