मंत्री नकवी से मुसलमानों को जितना फायदा हुआ, कोविंद के राष्ट्रपति बनने से दलितों को उतना ही फायदा होगा

देश में एक तरफ जहाँ दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं, वहीँ दूसरी तरफ भाजपा ने बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को दलित के तौर पर पेश करके राष्ट्रपति पद के लिया अपना उम्मीदवार बनाया है।

सोशल मीडिया पर भाजपा के इस फैसले को डैमेज कंट्रोल के रूप में देखा जा रहा है। वहीं कई यूज़र्स का यह भी मानना है कि कोविंद के राष्ट्रपति बनने के बावजूद भी मोदी सरकार में दलित उत्पीड़न बंद होना मुमकिन नहीं लगता।

क्या कह रहे हैं यूज़र्स