सुषमा स्वराज पर भेदभाव का आरोप, क्रैश हुई एयरएंबुलेंस में लाई जा रही मरीज़ की नहीं की मदद

बीते दिनों थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में क्रैश हुई एयरएंबुलेंस में लाई जा रही मरीज़ के घर वालों ने ट्वीट करके विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है।

ख़बर के मुताबिक मरीज़ की के बेटे रचित ने मंगलवार को सुषमा स्वराज को किए अपने ट्वीट में लिखा, ‘मैडम आप क्यों मरीज के लिए चिंतित नहीं होती हैं? आपका का एक जवाब हमारे के लिए राहत भरा हो सकता है लेकिन इतना भेदभाव क्यों?’

दरअसल, रचित की पत्नी गीतिका ने फरवरी में सुषमा स्वराज से मदद की अपील करते हुए ट्वीट किया था लेकिन उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।

इसके बाद परिवार ने मदद पोर्टल पर मदद की अपील की। लेकिन इस पर उन्हें सिर्फ एयर एंबुलेंस के खर्च के बारे में बताया गया, जोकि 35 लाख से ज्यादा था।

गीतिका ने बताया कि वह मरीज को भारत वापस लाना चाहती थी, लेकिन सामान्य फ्लाइट में यह संभव नहीं था, क्योंकि उनको लगातार ऑक्सीजन की जरुरत थी। हमने मदद के लिए भारतीय दूतावास से संपर्क किया।

इसके बाद उन्होंने भारतीय अस्पतालों और गुडग़ांव के मेंदाता अस्पताल से संपर्क किया, वो 23 लाख रुपए में एयरलिफ्ट करने के लिए तैयार हो गए। हमने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से पैसे उधार लिए, लेकिन अब हम फिर से वहीं खड़े हो गए हैं जहां से हमने शुरुआत की थी।