हामिद अंसारी पर छींटाकशी करने के लिए तारिक फतेह ने उर्दू को बताया पाकिस्तानी ज़बान, पहले कहा था हिंदुस्तानी

पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने 15 अगस्त को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि उर्दू सिर्फ मुसलमानों की नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान की भाषा है। उनके इस बयान पर पाकिस्तान मूल के विवादित लेखक और पत्रकार तारिक फतेह ने चुटकी लेते हुए ट्वीट किया, ‘भारत के पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी पाकिस्तानी भाषा उर्दू की प्रशंसा करते हैं।’

तारिक फतेह के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हुई। लोगों ने उन्हें थोड़ा पढ़-लिख कर बोलने की सलाह तक दे डाली। लेकिन सवाल यह उठता है क्या तारिक फतह ने यह बात कम जानकारी की वजह से कही या फिर इसके पीछे उनका कुछ और मकसद है? बॉलीवुड अभिनेत्री रेणुका शहाणे ने तारिक फतेह के इस बयान को शर्मनाक बताया। 

उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ”उर्दू अधिकारिक तौर पर भारतीय भाषा है। यह कई भारतीयों की मातृभाषा है। आप जैसे लोग नफ़रत की भाषा बोलते हैं। आप उर्दू भाषा का महत्व नहीं समझ सकते।”

बात ज़बान के महत्व को समझने की होती तो शायद तारिक फतेह जैसे बुद्धीजीवी के लिए यह इतना मुश्किल नहीं होता। यहां बात ज़बान के महत्व की नहीं बल्कि ज़बान की आड़ में नफरत को फ़रोग़ देने की है। इस बात की पुष्टी उनका 27 जून 2014 का वह ट्वीट साफ तौर पर करता है, जिसमें उन्होंने लिखा था, “पाकिस्तान के लोग भारतीय भाषा उर्दू को क्यों अपनाते हैं जबकि यह भाषा तो यूपी और बिहार की खड़ी बोली से जन्मी है।”    

  

तारिक फतेह का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कांग्रेस नेता सलमान निज़ामी ने फतेह के इस ट्वीट को पोस्ट करते हुए लिखा, “यह ट्वीट शायद PK ने लिखा होगा”।