उत्तर दिनाजपुर में भी गाय के नाम पर तीन मुस्लिम युवक की हत्या, ग्रामीणों ने नहीं मनाई ईद

कोलकाता। गाय के नाम पर भीड़ हिंसा में हो रही मौतों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। पश्चिमी बंगाल में भीड़ हिंसा की घटना पहली बार हुई है।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

गौरतलब है कि हरियाणा के बल्लभ गढ़ ट्रेन में हाफिज जुनैद की भीड़ हिंसा के शिकार होने की वजह से मौत हो गई। उसके एक दिन बाद उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा ब्लॉक के दुर्गापुर में एक भीड़ ने गाय चोरी के आरोप में तीन मुस्लिम युवकों को पीट-पीटकर मार डाला।

खबर के मुताबिक हरियाणा की तरह चोपड़ा में भी मुसलमानों ने विरोध के रूप में ईद का त्योहार नहीं मनाया, और इस पूरे घटना की न्यायिक जांच की मांग की। गुरुवार को मोहम्मद समीरुद्दीन (32) जो कन्दापाड़ा गांव का रहने वाला है, मोहम्मद नसीरुद्दीन जो दोलागछ का रहने वाला है और नसीरुल हक (28) को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला।

पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों कृष्णा पोतदार, सुमित बासु और सोमन बासु को गिरफ्तार किया है। उत्तर दिनाजपुर के जिलाधिकारी आयशा रानी ने कहा कि गाय चोरी के आरोप में तीन लोगों की हत्या कर दी गई है। इस मामले में तीन लोगों की गिरफ़्तारी हुई है, उन से पूछताछ जारी है।

चोपड़ा पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि इन तीनों को कुछ अन्य कारण से मारा गया है। जबकि बंगाल के गृह सचिव मिलये देव ने कहा कि हम जिला प्रशासन की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। रिपोर्ट देखे बिना कोई टिप्पणी नहीं किया जा सकता।

स्थानीय लोगों का दावा है कि इन तीनों ने गाय चोरी नहीं की थी। इस घटना में मारे गए समीरुद्दीन के रिश्तेदार दबीर अली ने कहा कि गुरुवार शाम को समीरुद्दीन फ़ोन आने पर घर से बाहर गया। आधे घंटे के बाद जब वह घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरू हुई। बाद में उसका शव गांव के पास से बरामद हुआ।

समीरुद्दीन के घर में यह दूसरा हादसा है। इससे चार साल पहले समीर के भाई दिल्ली काम करने गया था लेकिन वहाँ से वह लापता हो गया। नसीरुद्दीन की पत्नी ने बताया कि वह ईद के बाद दिल्ली जाने वाले थे। लेकिन इस घटना ने पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया है। चोपड़ा गांव के लोग खौफ के साए में ज़िंदगी गुज़ार रहे हैं।

गौरतलब है कि कोलकाता के रेडरोड पर जहां सबसे बड़ी ईद की नमाज होती है, ईद के दौरान इमाम मौलाना कारी फ़ज़लुर्रहमान ने उत्तर दिनाजपुर के इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि बंगाल की राजनीति के लिए यह एक बड़े खतरे की घंटी है। फ़ज़लुर्रहमान जब इस विषय पर बोल रहे थे तब ईदगाह में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद थीं। मौलाना फ़ज़लुर्रहमान ने अपने संबोधन में हरियाणा में हाफिज जुनैद की भीड़ द्वारा हत्या पर गहरी चिंता ज़ाहिर की। उन्होंने कहा कि यह मुसलमानों की पहचान पर हमला है और मुसलमानों को सामूहिक रूप से डराने व धमकाने की कोशिश की जा रही है।