तुर्की राष्ट्रपति ने हिन्द-पाक को दिया काश्मीर समस्या बातचीत से हल करने का सुझाव

नई दिल्ली: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन ने भारत और पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर समस्या बातचीत से हल करने का सुझाव दिया है। तुर्की राष्ट्रपति ने प्रस्तावित भारत दौरा से पहले एक अंग्रेजी अखबार को दिए खास इंटरव्यू में कहा है कि भारत और पाकिस्तान के लिए बातचीत से बेहतर कोई और विकल्प नहीं है। उन्होंने इशारों ही इशारों में मध्यस्थता की पेशकश भी की.

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न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के अनुसार इंटरव्यू में तुर्की राष्ट्रपति ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से जम्मू-कश्मीर समस्या के समाधान पर उनकी बात हुई थी। गौरतलब है कि भारत लगातार कश्मीर समस्या पर दुनिया के किसी दूसरे देश के हस्तक्षेप को अस्वीकार करता आया है।

जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर तुर्की राष्ट्रपति ने कहा कि भारत-पाकस्तान के बीच संबंध बेहतर हो रहे हैं, इससे मुझे खुशी है, लेकिन मैं इस बात से दुखी भी हूं कि 70 साल बीतने के बावजूद जम्मू-कश्मीर विवाद दोनों देशों के बीच नहीं हल हो पाया है।

उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों मेरे दोस्त हैं, दोनों देशों से हमारे ऐतिहासिक संबंध हैं, तुर्की चाहता है कि कश्मीर समस्या पर दोनों देशों के बीच जारी विवाद का शांतिपूर्ण समाधान निकले।

नवाज शरीफ को अपना करीबी दोस्त बताते हुए कहा कि मैं उनसे लगातार कश्मीर समस्या पर चर्चा करता रहता हूँ, मैं उन्हें जानता हूं, वह अच्छी नीयत वाले इंसान हैं, तो मुझे लगता है कि अगर हम बातचीत का सिलसिला खुला रखेंगे, तो इस समस्या को हल किया जा सकता है.

खयाल रहे कि तुर्की राष्ट्रपति सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी से दिल्ली में मिलेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में भारत की सदस्यता को लेकर भी बातचीत हो सकती है। तुर्की के राष्ट्रपति ने अंतिम बार 2008 में भारत का दौरा किया था।