U-19 वर्ल्ड कप- चौथी बार चैंपियन बनी टीम इंडिया

भारत और ऑस्ट्रेलिया आज आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में जब आमने-सामने होंगे, तो इनकी कोशिश अपने चौथे खिताब पर कब्जा जमाने की होगी. दोनों टीमें अभी तक इस वर्ल्ड कप को तीन-तीन बार घर ले जा चुकी हैं. यह फाइनल एक तरह से 2012 के अंडर-19 वर्ल्ड कप का दोहराव होगा.
भारत ने सेमीफाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 203 रनों के भारी अंतर से मात देते हुए फाइनल में जगह बनाई. वहीं ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में सभी को चौंकाने वाली अफगानिस्तान को छह विकेट के शिकस्त देकर खिताबी मुकाबले में कदम रखा.
दोनों टीमें टूर्नामेंट की शुरुआत से ही शानदार प्रदर्शन कर रही हैं. भारत ने ग्रुप दौर में ऑस्ट्रेलिया को 100 रनों से हराया भी है. ऐसे में उसके पास मानसिक बढ़त होगी. युवा प्रतिभाशाली बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की कप्तानी वाली भारत इस टूर्नामेंट में अभी तक एक भी मैच नहीं हारी है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ग्रुप दौर के मैच में पृथ्वी ने 94, मनजोत कालरा ने 86 रनों की पारियां खेली थीं और भारत ने 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 328 रन बनाए थे. जबाव में ऑस्ट्रेलिया सिर्फ 228 रन ही बना सकी थी. हालांकि इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने पापुआ न्यू गिनी, जिंबाब्वे, बांग्लादेश और पाकिस्तान को मात दी थी.
फाइनल में सभी की निगाहें भारत की मजबूत बल्लेबाजी पर होंगी. कप्तान पृथ्वी और शुभमन गिल के रूप में भारत के पास दो शानदार बल्लेबाज हैं, जिन्होंने अभी तक अपने बल्ले से सभी को प्रभावित किया है. गिल ने अभी तक इस टूर्नामेंट में 170 की औसत से रन बनाए हैं.
गिल ने पाकिस्तान के खिलाफ 94 गेंदों में 102 रनों की पारी खेली थी. इसके अलावा उन्होंने 63, 90 और 86 रनों की पारियां खेली हैं.
वहीं गेंदबाजी में भारत का दारोमदार शिवम मावी, कमलेश नागरकोटी और ईशान पोरेल पर होगा. अभिषेक शर्मा भारत के एक और मुख्य खिलाड़ी हैं. वह अनूकुल रॉय के साथ स्पिन की जिम्मदेरी संभालेंगे. अभिषेक अंत में आकर कुछ अच्छे शॉट भी लगा सकते हैं.
वहीं दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया को लेग स्पिनर ल्योड पोप से काफी उम्मीदें हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 35 रन देकर आठ विकेट लिए थे. ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाज उनके कप्तान जेसन सांघा, जैक एडवडर्स और नाथन मैक्स्वीनी के ऊपर निर्भर है. भारत ने इससे पहले 2000, 2008 और 2012 में वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया है.