गौहत्या की अफ़वाह के बाद पीटे गए उस्मान अंसारी की हालत खतरे से बाहर, 13 गिरफ़्तार

गिरिडीह जिले के बारवाबाद गांव निवासी उस्मान अंसारी का धनबाद सेंट्रल अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके बेटे खालिद अंसारी ने कहा कि हमले की घटना के बाद पूरा परिवार भयभीत है।

अब तक इस मामले में गिरिडीह जिले में देवरी पुलिस स्टेशन में 3 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं, जिनमें से एक उस्मान की पत्नी ने दर्ज कराई है।

गिरिडीह के एसपी अखिलेश बी वार्रियर के मुताबिक 31 लोगों के खिलाफ केस दर्ज है, जिनमें से 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

उस्मान अंसारी का इलाज कर रहे डॉक्टर डीके सिंह ने बताया कि उस्मान खतरे से बाहर हैं। कालिम ने बताया कि सुबह उन्होंने चाय पी थी। इसके अलावा दूध के साथ एक ब्रेड भी खाया था।

उस्मान के परिवार के एक सदस्य कालिम ने द टेलिग्राफ से बात की उसने बताया कि हम दशकों से दूध बेच रहे हैं और हम बारवाबाद के मंडरा इलाके में रहते हैं। हमारे पड़ोसी भी हिंदू हैं। हम अपनी गायों को परिवार की तरह मानते हैं। हम गांव में दाल, चावल आदि बेचने की एक छोटी सी किराने की दुकान भी चलाते हैं। हमारे दुकान से सामान और दूध खरीदने वाले लोग ज्यादातर हिंदू हैं।

कालिम ने हिंसा के बारे में कहा कि उसे नहीं पता कि हिंसा कैसे हुई। कालिम के भाई सलीम और अलीम माता-पिता के साथ रहते हैं। अलीम और उसकी मां आमना गांव में अपने रिश्तेदारों के पास रह रही हैं।

बता दें कि गौहत्या की अफ़वाह के बाद भीड़ ने उस्मान अंसारी के घर पर हमला कर दिया था।