पाकिस्तान में पहले सिख पुलिस ऑफिसर गुलाब सिंह के साथ उनके घर में हाथापाई की गई। लाहौर स्थित उनके घर में घुसकर लोगों ने उन्हें जबरन घर से बाहर निकाल दिया। गुलाब सिंह ने बताया कि जबरन उनकी पगड़ी भी खोली गई।
WATCH: #Pakistan’s first #Sikh police officer Gulab Singh was forcibly evicted from his house in Lahore's Dera Chahal, says, 'my faith was disrespected, If they wanted me to evict the house then they could have simply sent me a notice' pic.twitter.com/OWH7Rmjn5z
— ANI (@ANI) July 10, 2018
उन्होंने पुलिस से 10 मिनट का समय मांगा, लेकिन पुलिस ने उनकी एक बात नहीं सुनी। बता दें कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों के साथ लगातार अत्याचारों की खबरें बढ़ती जा रही हैं।
#WATCH: In a fresh video,#Pakistan’s first #Sikh police officer Gulab Singh who was forcibly evicted from his house in Lahore's Dera Chahal, says 'Even in 1947 we Sikhs did not leave Pakistan but now we are being forced to do so' pic.twitter.com/YwqSALUSvG
— ANI (@ANI) July 11, 2018
हाल ही में पाकिस्तान में सिख कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारा गया था। गुलाब सिंह ने एक विडियो में पूरी जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘मैं गुलाब सिंह पाकिस्तान का पहला सिख ट्रैफिक वॉर्डन हूं। मेरा साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है जैसा चोरों-डाकुओं के साथ किया जाता है।
#WATCH: Pakistan’s first Sikh police officer Gulab Singh was forcibly evicted from his house in Lahore's Dera Chahal. Pleads to the police, 'at least give us 10 minutes we are staying here since 1947. pic.twitter.com/wszl99bNJr
— ANI (@ANI) July 10, 2018
उन्होंने कहा, ‘तारिक वजीर जो अडिशनल सेक्रटरी है और तारा सिंह जोकि पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी का भूतपूर्व प्रधान है, उन्होंने कुछ लोगों को खुश करने के लिए यह काम किया है।
अदालत में मेरे केस भी चल रहे हैं। इस पूरे गांव में सिर्फ मुझे ही निशाना बनाया जा रहा है और मेरा घर खाली करवाया गया। आप देख सकते हैं मेरे सिर पर पगड़ी भी नहीं है। वे मेरी पगड़ी भी छीनकर ले गए और उन्होंने मेरे केश भी खींचे हैं।’