VIDEO: जानिये क्यों फ़ास्ट फ़ूड और चीनी फ़ूड को इस्लाम में माना जाता है हराम!

पैगंबर मोहम्मद (SAW) फ़रमाया करते थे कि जब कोई पकाने वाला नहीं होता था तो वह दूध या लस्सी से रोज़ा खोल लिया करते थे, कोई पकी हुई चीज़ नहीं खाते थे! जब तक कि ज़िक्र में डूबा हुआ इंसान उनका खाना न पकाए!

हमारे बुज़ुर्गों का मुकाम है और हम जा रहे हैं काफिरों, नापाकों के हाथों का खाना खाकर. फ़ास्ट फ़ूड, चीनी और जंक फ़ूड खाकर, जिसमें जिनेटिन मिली हुई होती है. जिनेटिन इस्लाम में हराम है इसके बावजूद हम इसे खा रहे हैं.

कोई भी चीनी फ़ूड, फ़ास्ट फ़ूड या जंक फ़ूड गिनेटिन के बगैर नहीं बनता है. हमारे यह नौजवान क्यों अपने आप पर इतना ज़ुल्म कर रहे हैं.

आज के नौजवान नमाज़ पढ़ने की ज़ेहमत नहीं उठाते हैं. वह फज्र के वक़्त क्यों नहीं उठते हैं.

अल्लाह कहता है फरिश्तों से कि सोने दो इस बदमाश को, मैं इसे अपने सामने खड़ा नहीं देखना चाहता हूँ.

तहज्जुद के मौके पर अल्लाह अपने कुछ फरिश्तों को कुछ बन्दों के पास भेजता है और कहते हैं कि इस बन्दे को जगा दो…’तहज्जुद का वक़्त हो गया है, मैं इसे अपने सामने खड़ा हुआ देखना चाहता हूँ.’

वहीं अल्लाह कुछ बन्दों के पास फरिश्तों को भेजते हैं और कहते हैं कि ‘इन को सोने दो मैं इनका चेहरा नहीं देखना चाहता.’

अल्लाह तहज्जुद के आगे फज्र की नमाज़ में ऐसे लोगों को उठने नहीं देते हैं जिनके पेट में हराम खाना होता है.