खुदा कौम की हालत उस वक्त तक नहीं बदलेगा, जब तक वह कौम खुद अपनी हालत को न बदले: हामिद अंसारी

कालीकट: न्याय और समानता को समाज की सफलता के लिए आवश्यक बताते हुए पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि लैंगिक समानता के बिना कोई भी समाज सफल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि समाज की सफलता में महिलाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होता है।

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‘मानव समाज के गठन में महिलाओं की भूमिका’ के शीर्षक पर आज यहाँ इंस्टीट्यूट ऑफ़ ऑब्जेक्टिव स्टडीज के बैनर तले आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि कुरान और हदीस में जगह जगह महिलाओं के महत्व को समझाया गया है, और उन्हें उनका हक अदा करने के लिए कहा गया है।

श्री अंसारी ने कहा कि आज 60 प्रतिशत महिलाएं और लड़कियां भुखमरी की शिकार हैं, 70 प्रतिशत से अधिक महिलाओं को समस्याओं का सामना है।

उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज को सफल बनाने और बेहतर समाज बनाने के लिए हम सबको मिलकर संघर्ष करना होगा।

उन्होंने कुरान के आयत का हवाला देते हुए कहा कि ‘अल्लाह किसी कौम की हालत को उस वक्त तक नहीं बदलता जब तक कि वह कौम खुद अपनी हालत को न बदले। (अल राद-11) |