फलस्‍तीनीयों के खिलाफ़ ‘डील ऑफ सेंचुरी’ को कभी स्वीकार नहीं कर सकते हैं- महमूद अब्बास

डील ऑफ़ द सेन्चरी के बारे में कुश्नर के बयान को महमूद अब्बास ने रद्द किया। स्वशासित फ़िलिस्तीनी प्रशासन के अध्यक्ष महमूद अब्बास ने अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प के सलाहकार व दामाद जेरेड कुश्नर के क़ुद्स, फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों, ज़ायोनी कॉलोनियों और सीमाओं के बारे में बयान को ख़ारिज कर दिया है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, रशिया टुडे के अनुसार, महमूद अब्बास ने जेरेड कुश्नर के “डील ऑफ़ द सेन्चरी” नामक अमरीकी योजना के तहत पेश किए गए प्रस्ताव को रद्द करते हुए कहा कि जो कुछ अब तक अमरीका ने पेश किया वह सब फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ रहा है इसलिए फ़िलिस्तीनी डील ऑफ़ द सेन्चरी को भी नहीं स्वीकार करेंगे।

पश्चिम एशिया मामलों में बहुत से टीकाकारों का मानना है कि डील ऑफ़ द सेन्चरी फ़िलिस्तीनियों से संबंधित दूसरे शांति समझौतों की तरह पहले से ही नाकाम है, क्योंकि इस में फ़िलिस्तीन की पीड़ित जनता के अधिकार की अनदेखी की गयी है और वह अपने वतन के अतिग्रहण होने के 70 साल बाद भी उसे फिर से वापस लेने पर बल देती है।

ट्रम्प के दामाद जेरेड कुश्नर को, जो यहूदी हैं, दो साल पहले कथित डील ऑफ़ द सेन्चरी का मसौदा तय्यार करने की ज़िम्मेदारी मिली है। उन्होंने पिछले गुरुवार को दावा किया कि डील ऑफ़ द सेन्चरी के तहत जो भी समझौता होगा उसमें पूर्वी अलक़ुद्स इस्राईल की राजधानी और पश्चिमी तट में बनी कालोनियां इस्राईल का हिस्सा होंगी।