मस्जिदों पर हमला करने वाले को न्यूज़ीलैंड सजा नहीं दे सकता तो हम देने के लिए तैयार हैं- एर्दोगन

न्यज़ीलैंड की प्रधान मंत्री जेसिंडा एरडेर्न ने कहा है कि क्रांइस्टचर्च मस्जिद पर आतंकवादी हमले के संबंध में तुर्क राष्ट्रपति की टिप्पणी पर कड़ा रुख़ दिखाने के लिए उनके विदेश मंत्री तुर्की की यात्रा करेंगे।

अर्दोगान ने मंगलवार को स्थानीय चुनावों के प्रचार के दौरान कहा था कि अगर न्यूज़ीलैंड हमलावर को सज़ा नहीं दे सकता है तो तुर्की उसे सज़ा दे सकता है।

उन्होंने न्यूज़ीलैंड में मस्जिद पर आतंकवादी हमले को तुर्की और इस्लाम पर हमला बताते हुए चेतावनी दी कि मुस्लिम विरोधी ऑस्ट्रेलियाईयों को ताबूत में रखकर वापस लौटा दिया जाएगा, जिस तरह से उनके पूर्वजों को प्रथम विश्व युद्ध के दौरान गैलीपोली की लड़ाई में भेजा गया था।

गौलीपोली में तुर्क सेना के साथ लड़ाई में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के 8000 सैनिक मारे गए थे। ग़ौरतलब है कि ख़ुद को श्वेत वर्चस्ववादी ऑस्ट्रेलियाई बताने वाले आतंकवादी ने क्राइस्टचर्च में मस्जिद में फ़ायरिंग करके 50 से अधिक नमाज़ियों को मौत के घाट उतार दिया, जिसका उसने फ़ेसबुक पर सीधा प्रसारण भी किया था।

हमलावर ने सोशल मीडिया पर एक घोषणापत्र जारी करके इसे मुस्लिम हमलावरों के ख़िलाफ़ आक्रमण क़रार दिया था। घोषणापत्र में ऑस्ट्रेलियाई चरमपंथी ने तुर्की और अर्दोगान को भी निशाना बनाया था।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, न्यज़ीलैंड की प्रधान मंत्री ने कहा है कि उनके विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स अपनी तुर्की यात्रा के दौरान, अर्दोगान की टिप्पणी पर स्पष्टीकरण लेंगे।

अर्दोगान ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि वे 16,500 किलोमीटर दूर बैठकर हमारा इमतेहान ले रहे हैं। यह एक व्यक्ति द्वारा किया गया हमला नहीं है, बल्कि यह संगठित अपराध है। इस बीच, क्राइस्टचर्च मस्जिद पर फ़ायरिंग में मारे गए लोगों के शवोें को बुधवार से दफ़्न करना शुरू कर दिया गया है।