UP की किस्मत फूटी है, उसे ऐसा प्रतिनिधि मिला है जो ख़ुद को पहले महंत मानता है, बाद में CM: ओवैसी

हैदराबाद के सांसद और मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन के अधयक्ष बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एडमिनिस्ट्रेटर की हैसियत से पूरी तरह नाकाम हो चुके हैं।

ओवैसी ने पार्टी हेडक्वार्टर दारुस्सलाम में मीडिया से बात करते हुए योगी आदित्यनाथ की ओर से मुख्यमंत्री के मुक़ाबले खुद को महंत पहले कहे जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ महंत की हैसियत से बदकिस्मती से मुख्यमंत्री पद पर हावी हो गए हैं।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने महंत के कर्तव्यों का पालन करने के लिए सरकारी खजाने से धन प्राप्त की है। सुप्रीमकोर्ट ने हाल ही में फैसला दिया था कि धार्मिक उद्देश्यों के लिए जनता के पैसों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि महंत के तौर पर कर्तव्यों का पालन करने के लिए योगी अदित्यथाथ ने जनता के पैसों का बेजा इस्तेमाल किया है।

मुख्यमंत्री के संवैधानिक पद पर बरक़रार रहते हुए सरकारी खजाने से राशि का इस्तेमाल करना दुख की बात है। यह सरकारी खजाने पर बोझ है। एक ओर यूपी में सैकड़ों बच्चे ऑक्सीजन की कमी से मारे गए हैं लेकिन दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने अपने महंत के कर्तव्यों का पालन के लिए सरकार के खज़ाने का बेजा इस्तेमाल किया है। उन्होंने अफसोस व्यक्त करते हुए कहा कि मुहर्रम की जलूस के दौरान सांप्रदायिक तनाव की दस घटनाएं सामने आई हैं।