योगी सरकार ने 46 मदरसों को अनुदान रोका, तय मानक पूरे नहीं कर रहे थे मदरसे

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मदरसों को लेकर लगातार विवादों में है । 15 अगस्त में मदरसों की वीडियोग्राफी कराए जाने के आदेश के बाद अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है । योगी सरकार ने यूपी के 46 मदरसों के अनुदान पर रोक लगा दी है जिसमें फैज़ाबाद के भी दो मदरसे शामिल हैं ।

मदरसे मानक के मुताबिक नहीं चल रहे थे और जांच रिपोर्ट के बाद प्रदेश सरकार ने इन दोनों मदरसों के अनुदान पर रोक लगा दी है । इन मदरसों में सदर तहसील के हसनू कटरा में स्थित दारुल उलूम बहार और ग्रामीण क्षेत्र में मौजूद सोहावल तहसील के मदरसा अहले सुन्नत इस्लामिया हुसैना अरुवावां शामिल है ।

इन दोनों मदरसे में भवन को लेकर आपत्ति दाखिल की गई है जिसमें कमरे मानक के अनुरूप नहीं पाए गए हैं । हालांकि मदरसों के प्रबंधकों ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार ने बिना चेतावनी दिए हुए अनुदान पर रोक लगा दी है जो गलत है ।

मदरसा संचालकों का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार को पहले 6 महीने या 1 साल की चेतावनी देनी चाहिए थी उसके बाद अगर मदरसे मानक पूरा नहीं करते तो उनके अनुदान पर रोक लगाना चाहिए था ।

 

प्रदेश में चलाए जा रहे मदरसों की स्थिति को सही करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मदरसा संचालकों को तय किए गए मापदंडों के मुताबिक चलाने के निर्देश दिए थे ताकि यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को बेहतर शिक्षा मिल सके ।

यूपी के कई जनपदों में ऐसे मदरसे संचालिक हो रहे हैं जो सरकार से अल्पसंख्यक बच्चों को तालीम देने के नाम पर सरकार से अनुदान तो लेते हैं । लेकिन इन मदरसों में सरकार की ओर से तय किए गए मापदंड पूरे नहीं किए जाते हैं । जिस पर योगी सरकार सख़्त हो गई है । फिलहाल उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश भर में चलने वाले ऐसे 46 मदरसों को चिन्हित किया है जिनका अनुदान रोका गया हैं ।