बिहार उपचुनाव: अररिया में राजद के ‘MY’ समीकरण के आगे फेल हुआ भाजपा का ‘ISI कार्ड

अररिया: बिहार की तीन सीटों पर हुए उपचुनाव में दो के नतीजे आ गए हैं। जहानाबाद से राजद के कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव और भभुआ से बीजेपी की रिंकी रानी पांडेय ने जीत हासिल की है। उधर, अररिया लोकसभा सीट के लिए काउंटिंग जारी है। अररिया लोकसभा सीट से राजद के उम्मीदवार सरफराज आलम ने भाजपा उम्मीदवार प्रदीप सिंह पर जबर्दस्त बढ़त बना रखी है।

ताजा जानकारी के अनुसार, ‘सीमांचल के गांधी’ कहे जाने वाले तस्लीमुद्दीन के परिवार का अररिया लोकसभा सीट पर कब्ज़ा बरकरार रहा है। राजद के कद्दवार नेता के निधन के बाद से खाली हुई इस सीट को उनके ही बेटे सरफराज आलम ने लगभग जीत लिया है। चुनाव से ठीक पहले उन्होंने नीतीश का दामन छोड़ राजद का हाथ थामा और राजद से सांसद के लिये उम्मीदवारी का पर्चा दाखिल किया।

बता दें कि 11 मार्च को हुए मतदान से ठीक एक दिन पहले बिहार भाजपा के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने विवादित बयान देकर अररिया के चुनाव को सांप्रदायिक रंग दिया था। नित्यानंद राय ने कहा था कि अररिया सीट पर अगर आरजेडी का उम्मीदवार जीता तो यह इलाका आतंकवादी संगठन आईएसआईएस (ISIS) के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन जाएगा लेकिन अगर बीजेपी उम्मीदवार प्रदीप सिंह को जीत मिलती है तो क्षेत्र में देशभक्ति की भावना बढ़ेगी।

लेकिन राय के इस बयान का तस्लीमुद्दीन और राजद के गढ़ में कोई असर नहीं हुआ और जेडीयू छोड़कर आरजेडी में आए सरफराज आलम अपनी पिता की सीट बचाने में कामयाब रहे।

उल्लेखनीय है कि बिहार की जहानाबाद और भभुआ विधानसभा सीट और अररिया लोकसभा सीट पर रविवार को उपचुनाव के लिए वोट डाले गए थे।