इब्न सीना: इस मुस्लिम डॉक्टर और वैज्ञानिक की अनमोल खोजों को दुनिया से छिपा दिया गया

दुनियाभर में मुस्लिम वैज्ञानिकों ने जो योगदान दिया उसे एक बड़ी साजिश के तहत नज़रअंदाज कर उनकी उपलब्धियों को दफन करने की कोशिश की गई।

साजिश में किसी एक मुल्क को ज़िम्मेदार ठहराना बेमानी होगा लेकिन अमेरिका,रूस जर्मनी, ब्रिटेन और फ़्रांस सहित दुनिया के कई बड़े मुल्कों ने मिलकर मुस्लिम वैज्ञानिकों द्वारा की गई खोजों पर न सिर्फ पर्दा डाल दिया बल्कि उन वैज्ञानिकों की पहचान को भी छिपाए रखा।

इब्न सीना का पूरा नाम अली अल हुसैन बिन अब्दुल्लाह बिन अल-हसन बिन अली बिन सीना है। इनकी गणना इस्लाम के प्रमुख डॉक्टर  और दर्शिनिकों में होती है। उनकी गणित पर लिखी 6 पुस्तकें मौजूद हैं जिनमे “रिसाला अल-जराविया ,मुख्तसर अक्लिद्स, अला रत्मातैकी, मुख़्तसर इल्म-उल-हिय, मुख्तसर मुजस्ता, रिसाला फी बयान अला कयाम अल-अर्ज़ फी वास्तिससमा शामिल हैं।

इब्न सिना का नाम हमारे अतीत समलैंगिक के शीर्ष व्यक्तियों में से एक है। आधुनिक मेडिकल का नीव इब्ने सिंह के ही नाम है। आज भी इस दौर में ह्यूमन बॉडी एनाटोमी की पुस्तक मेडिकल कॉलेज में सब्जेक्ट में है। हमदान मंत्री ने इब्न सिना को अपना मंत्री नियुक्त कर रखा था। कट्टरपंथियों के साथ मतभेद की वजह से उसे छुपना पड़ा इस को खोजने में सेना ने उसका घर तबाह कर डाला और अमीर ने उसका सर काट करने का आदेश जारी कर दिया।

इब्न सिना ने चिकित्सा पर अपनी सब से मशहूर किताब इसी प्ोशि के बीच लिखी थी। पूरी जिंदगी ये कट्टरपंथियों से छुप कर भागता रहा और उसे सर छुपाने की जगह नहीं मिली, ऐसे चिकित्सक को सम्मान मिलना चाहिए था मगर जिंदगी भर दर बदर की ठोकरे खता रहा !