हदीस शरीफ

रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया लोगो याद रख्खो मेरे बाद कोई नबी नहीं और तुम्हारे बाद कोई उम्मत नहीं लिहाज़ा अपने रब की इबादत करना , पांच वक़्त की नमाज़ पढना ,रमजान के रोज़े रखना ख़ुशी खुसी अपने माल की ज़कात देना अपने रब के घर का हज करना

हदीस शरीफ

हजरत उम्मे हबीबा रज़ी अल्लाहो तआला अनहा से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया जिसने जोहर से पहले चार रक्अतों और उसके बाद चार रक्अतों की पाबंदी की अल्लाह तआला उस पर आग को हराम करदेगा ।(अहमद , तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हजरत उस्मान बिन अफ्फान रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया जिसने पूरा पूरा वजू किया और फ़र्ज़ नमाज़ पढने को घर से निकला और मस्जिद में जा कर इमाम के साथ नमाज़ पढ़ी तो उसके तमाम गुनाह माफ़ होगए (इब्न खजीम

हदीस शरीफ

हजरत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया मस्जिद में जमाअत के लिए जाने वाले का हर कदम एक नेकी को वाजिब करता है और एक गुनाह को मिटाता है (इब्न हेबान)

हदीस शरीफ

हजरत अबू फोतादह रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया जिस शख्स ने मुफलिस मकरूज़ को मुहलत दी या माफ़ करदिया उसको अल्लाह तआला कयामत की सख्तियों और घबराहट से महफूज़ कर देगा (मुस्लिम)

हदीस शरीफ

हजरत अबू सईद ख़ादरी रज़ी अल्लाहू तआला अनहु से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया एक सादिक(सच्चा) और अमानतदार सौदागर क़यामत में नबियों, सिद्दिकों और शहीदों के साथ होगा (तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हजरत अबू दर्दा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया कयामत के दिन नाम-ए-आमाल की तराजू में अछे अख़लाक़ सब से वजनी होंगे (तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हजरत अबू फोतादह रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया जिस शख्स ने मुफलिस मकरूज़ को मुहलत दी या माफ़ करदिया उसको अल्लाह तआला कयामत की सख्तियों और घबराहट से महफूज़ कर देगा (मुस्लिम)

हदीस शरीफ

हजरत अनस रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया
जन्नत में जाने के बाद किसी शख्स का दुबारा दुनिया में आने को जी नहीं चाहता मगर शहादत की लज्ज़त ऐसी होती है की

हदीस शरीफ

हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो फरमाते हैं के हजरत अबू बकर सिद्दीक रज़ी अल्लाहो तआला अनहो ने फरमाया रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)की खुशनूदी आपके अहले बैत की मोहब्बत में है (बुखारी शरीफ)

हदीस शरीफ

हजरत अबू दर्दा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया कयामत के दिन नाम-ए-आमाल की तराजू में अछे अख़लाक़ सब से वजनी होंगे (तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हजरत अबू दर्दा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया कयामत के दिन नाम-ए-आमाल की तराजू में अछे अख़लाक़ सब से वजनी होंगे (तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो फरमाते हैं के हजरत अबू बकर सिद्दीक रज़ी अल्लाहो तआला अनहो ने फरमाया रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) की खुशनूदी आपके अहले बैत की मोहब्बत में है (बुखारी शरीफ)

तक़वा इख्तेयार करो

हज़रत जाबिर रज़ी० कहते हैं कि रसूल (स०अ०व०) के सामने एक ऐसे शख़्स का ज़िक्र किया गया, जो कसरत के साथ इबादत‍ और इताअत में मशग़ूल रहता है और इसमें बहुत ज़्यादा सई-ओ-एहतिमाम करता है (अगरचे वो गुनाहों से बहुत कम इजतिनाब करता है) और एक दूस

हदीस शरीफ

हजरत उम्मे हबीबा रज़ी अल्लाहो तआला अनहा से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया जिसने जोहर से पहले चार रक्अतों और उसके बाद चार रक्अतों की पाबंदी की अल्लाह तआला उस पर आग को हराम करदेगा। (अहमद , तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हजरत अनस रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया
शुहदा को अपने अज़ीज़ ओ अकारिब में से सत्तर आदमियों की शफाअत का हक दिया जाए गा (अबू दाऊद)

हदीस शरीफ

हजरत काअब बिन मालिक रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया शुहदा की रूहें सब्ज़ परिंदों की शक्ल में जन्नत के फल खाती फिरती हैं (तिरमिज़ी )

हदीस शरीफ

हजरत अबू फोतादह रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया जिस शख्स ने मुफलिस मकरूज़ को मुहलत दी या माफ़ करदिया उसको अल्लाह तआला कयामत की सख्तियों और घबराहट से महफूज़ कर देगा (मुस्लिम)

हदीस शरीफ

हजरत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया जो शख्स क़र्ज़ अदा करने की नियत से कर्ज लेता है तो अल्लाह तआला उसकी मदद करता है और उसका क़र्ज़ अदा कर देता है (बुखारी शरीफ)

हदीस शरीफ

हजरत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया तुम में बेहतरीन शख्स वो है जो क़र्ज़ अदा करने में अच्छा है । (बुखारी मुस्लिम)