हदीस शरीफ

हजरत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया मेरी उम्मत के शोर्फा वो लोग हैं जो कुरान के हाफिज़ हैं और वो लोग जो रात में उठ कर अल्लाह की इबादत करते हैं (बेहकी)

हदीस शरीफ

हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया , लोगो जिहाद किया करो अल्लाह तआला गनीमत अता करेगा रोज़े रखा करो तंदरुस्त रहोगे सफ़र किया करो मालदार हो जाओगे (तिबरानी)

हदीस शरीफ

हजरत सहल बिन साद रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया रोज़ा दार जन्नत में एक ख़ास दरवाज़े से दाखिल होंगे उस दरवाज़े का नाम रयान है(बुखारी शरीफ)

हदीस शरीफ

हजरत सहल बिन साद रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया रोज़ा दार जन्नत में एक ख़ास दरवाज़े से दाखिल होंगे उस दरवाज़े का नाम रयान है(बुखारी शरीफ)

हदीस शरीफ

हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाह तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया रोजादार के मुंह की बू(महक)अल्लाह तआला के नज़दीक मुश्क की खुशबु से बेहतर है। (बुखारी शरीफ)

हदीस शरीफ

हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाह तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया रोज़ा दौज़ख से बचाने की चीज़ है रोज़ा दौज़ख के अज़ाब को ढाल बंद कर रोके गा। (बुखारी शरीफ)

हदीस शरीफ

हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाह तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया अल्लाह तआला का इरशाद है के इब्न आदम का हर अमल उसका अपना होता है लेकिन रोज़ा मेरा है और उसका बदला मैं दूंगा। (बुखारी शरीफ)

हदीस शरीफ

हजरत अबू अमामा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया कुरान पढ़ा करो कियों के कुरान क़यामत के रोज़ अपने पढने वाले की शफाअत करे गा (मुस्लिम)

हदीस शरीफ

हजरत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया मेरी उम्मत के शोर्फा वो लोग हैं जो कुरान के हाफिज़ हैं और वो लोग जो रात में उठ कर अल्लाह की इबादत करते हैं (बेहकी)

हदीस शरीफ

हजरत अबू अमामा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया बन्दा तिलावत कुरान ही के सबब अल्लाह तआला जियादा करीब होता है (तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हज़रत उस्मान गनी रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया तुम में बेहतरीन शख्स वो है जिसने कुरान सिखा और सिखाया बुखारी (शरीफ)

हदीस शरीफ

हजरत उस्मान गनी रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक(स०अ०व०)ने फरमाया जो शख्स अल्लाह की खुशनूदी के लिए मस्जिद बनाए अल्लाह तआला उसके बदले में उसी तरह का एक मकान जन्नत में बना देता है(बुखारी शरीफ-किताबुस्स्लात)

हदीस शरीफ

हजरत अब्दुल्लाह बिन मसउद रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया लोगो तुम अल्लाह से उसका फज्ल तलब किया करो,अल्लाह तआला सवाल करने वालों को बहुत पसंद करता है (तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हजरत अब्दुल्लाह बिन मसउद रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया लोगो तुम अल्लाह से उसका फज्ल तलब किया करो,अल्लाह तआला सवाल करने वालों को बहुत पसंद करता है (तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हजरत सोबान रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया तकदीर-ए- इलाही को सिर्फ दुआ ही लौटा सकती है नेकी उम्र को बाढा देती है गुनाह की वजह से आदमी रिजक से महरूम कर दिया जाता है (हाकिम)

हदीस शरीफ

हजरत सोबान रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया, जो शख्स ऐसी हालत में मर गया को वो गुरूर व खयानत और क़र्ज़ से पाक था,वो जन्नत में गया (तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हज़रत अबूहुरैरा रज़ी अल्लाह तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया सदका देने से माल कम नहीं होता .माफ़ कर देने से इज्ज़त बढती है .जिसने इन्केसारी इख्तियार की अल्लाह तआला उसको बुलंद करेगा(मुस्लिम)

हदीस शरीफ

हजरत अली करमल्लाह वज्ह से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया, शाबान की पंद्रहवीं शब् (रात) आ जाए तो रात में कियाम करो और दुसरे रोज़ रोज़ा रखो (इब्न मजा)

हदीस शरीफ

हजरत अयाज़ बिन अम्मार रज़ी अल्लाहो तआला अनहा से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया, ,तुम लोग ख़ाकसारी इख्तियार करो और कोई शख्स किसी पर फख्र न करे (मुस्लिम)

हदीस शरीफ

हजरत उमर बिन खत्ताब रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया , जो शख्स नया कपडा पहने अगर सकत रखता हो तो उसे चाहिए के पुराना कपडा खैरात कर दे (तिरमिजी शरीफ)