हदीस शरीफ
हज़रत अबू अमामा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया तुम सूरा बक़्र और आल-ए-इमरान पढ़ा करो ये दोनों सूरतें क़ियामत में पढ़ने वाले की तरफ़ से झगड़ें गी , इन सूरतों का याद करना और पढ़ना बर
हज़रत अबू अमामा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया तुम सूरा बक़्र और आल-ए-इमरान पढ़ा करो ये दोनों सूरतें क़ियामत में पढ़ने वाले की तरफ़ से झगड़ें गी , इन सूरतों का याद करना और पढ़ना बर
हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया क़ुरआन में तीस आयतों की एक सूरत है इस सूरत ने एक शख़्स की शफ़ाअत की यहां तक कि अल्लाह तआला ने उसे बख़श दिया ये सूरत तबारक अल्लजी बे
हज़रत जुनदब रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जिस ने किसी रात में अल्लाह के लिए सूरा यासीन पढ़ी तो वो बख्शा गया । (मौता इमाम मालिक)
हज़रत अबू अय्यूब रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जिस ने क़ुल हो अल्लाह अह्द पढ़ी इस ने क़ुरआन का तीसरा हिस्सा पढ़ा । (मुस्लिम शरीफ़)
हज़रत आईशा सिद्दीक़ा रज़ी अल्लाहो तआला अनहा से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया क़ुल हो वल्लाहो की मुहब्बत तुझ को जन्नत में दाख़िल करेगी । (तिरमिज़ी शरीफ़)
हज़रत अबदुल्लाह बिन मसऊद रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जिस ने हर रात में सूरा मुलक को पढ़ा वो अज़ाब क़ब्र से बचा लिया गया । (नसाई)
हज़रत अबु दरदा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जिस शख़्स ने सूरा कहफ़ की अव्वल दस आयतें याद करलीं वो शख़्स दज्जाल के फ़ित्ने से महफ़ूज़ रहेगा ।
(मुस्लिम शरीफ़)
हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया सदक़ा करने से माल कम नहीं होता , ख़ता माफ़ करदेने वालों की इज़्ज़त बढ़ाई जाती है , तवाज़ो करने वालों का मर्तबा बुलंद करदिया जाता ह
हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जब कोई शख़्स सदक़ा देता है चाहे वो खजूर के बराबर ही क्यों ना हो तो अल्लाह तआला इस सदक़ा को अपने हाथ में लेता है बशर्तिके ये सदक़ा पा
हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया रोटी के एक नेवाले की वजह से तीन आदमी जन्नत में भेज दिए जाते हैं , एक हुक्म देने वाला , दूसरा खाना पकाने वाला , तीसरा वो ख़ादिम जिस ने
हज़रत अनस बिन मालिक रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया सदक़ा अल्लाह के ग़ज़ब को बुझाता है और इंसान को बुरी मौत से बचाता है । (तिरमिज़ी शरीफ़)
हज़रत उक़बा बिन आमिर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया क़ियामत के दिन जब तक लोग हिसाब में मुबतला रहेंगे उस वक़्त तक सदक़े देने वाले अपने सदक़ा के साया में रहेंगे । (अहमद बिन ख़ुज़ैमा)
हज़रत अमर बिन औफ़ रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया सदक़ा मुस्लमान की उम्र को बढ़ाता है बुरी मौत से महफ़ूज़ रखता है और सदक़ा देने से किबर-ओ-फ़ख़र इंसान में पैदा नहीं होता । (तबरानी)
हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जो शख़्स इस तरह छुपा कर सदक़ा देता है कि सीधे हाथ की ख़बर बाएं हाथ को नहीं होती तो ये शख़्स क़ियामत में अर्श एलहाई के साया में होग
हज़रत अबू ज़र रज़ी अल्लाहो तआला अनहो ने रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम से दरयाफ़त किया अफ़ज़ल सदक़ा किया है , इरशाद हुआ छुपा कर देना । (मस्नद अहमद)
हज़रत अबू ज़र रज़ी अल्लाहो तआला अनहो ने रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम से दरयाफ़त किया अफ़ज़ल सदक़ा किया है , इरशाद हुआ छुपा कर देना । (मस्नद अहमद)
हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया एक दिरहम एक लाख दिरहम से बढ़ गया किसी ने दरयाफ़त क्या ये किस तरह , फ़रमाया एक शख़्स के पास माल बहुत है इस ने अपने कसीर माल में से ए
हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया हर चीज़ का जोड़ा देने वाला जन्नती है इस के लिए जन्नत के आठों दरवाज़े खुले हुए हैं (मतलब ये है कि जो चीज़ ख़ैरात करता है दोहरी करत
हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया हर सुबह को दो फ़रिश्ते आसमान से उतरकर ये दुआ करते हैं , एक कहता है इलाही नेक कामों में ख़र्च करने वालों को ज़्यादा दे , दूसरा कहता
हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया अल्लाह तआला फ़रमाता है जब कोई बंदा मेरा ज़िक्र करता है और उस के दोनों होंट मेरे ज़िक्र से हिलते हैं तो में उस के क़रीब होता हूँ ।