कश्मीर में ‘हनी ट्रैप’ कर युवाओं के लिए महिलाओं को तैनात कर रहे हैं आतंकी संगठन: अधिकारी

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के इशारे पर आतंकी संगठन युवाओं को भड़काने के लिए कई हथकंडे अपनाते रहे हैं। अब सोशल मीडिया का भी इसमें शातिराना तरीके से इस्तेमाल हो रहा है।

अधिकारियों ने खुलासा किया है कि कश्मीर घाटी में आतंकी संगठन युवाओं को फंसाने के लिए ‘हनी ट्रैप’ का सहारा ले रहे हैं। वे सोशल मीडिया पर खूबसूरत लड़कियों की तस्वीरों वाली प्रोफाइल बनाकर युवाओं को जाल में फंसा रहे हैं।

इन प्रोफाइल के जरिए युवाओं को लुभाया जाता है। फिर आतंकी संगठन अपनी साजिश के तहत इनका इस्तेमाल करते हैं। अधिकारियों के मुताबिक, 17 नवंबर को बांदीपोरा से एक महिला को गिरफ्तार किया था, जो सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थी। उसके अकाउंट पर अधिकारियों की काफी दिनों से नजर थी। वह युवाओं से चैट कर उन्हें मुलाकात का लालच देती। फिर उन्हें काम सौंपा जाता और उसे पूरा करने की शर्त रखी जाती।

जांच के दौरान कश्मीर घाटी में ऐसी कुछ और महिलाओं के बारे में पता चला है जो पाक के इशारे पर आतंकी संगठनों के लिए काम कर रही हैं। ये युवाओं को आतंकवादी बनने के लिए भड़काती हैं। इसके लिए लालच भी दिया जाता है। पिछले दिनों घाटी के लवाइपोरा से एक महिला को 20 ग्रेनेड के साथ बरामद किया था। अगर ये आतंकी संगठनों तक पहुंच जाते तो इनसे भयंकर तबाही हो सकती थी। महिला गोला-बारूद की तस्करी कर रही थी।

जांच में पता चला कि सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहने वाली एक महिला जैश के आतंकी के संपर्क में थी। उसने महिला का संपर्क पाकिस्तान के कुख्यात आतंकियों से करवाया। महिला जैश के लिए काम करने लगी थी। उसने आतंकियों तक हथियार पहुंचाए थे। इसके अलावा आतंकी उससे सूचनाएं भी हासिल करते थे। सोशल मीडिया के जरिए वह युवाओं के मन में आतंकवाद का जहर घोल रही थी।

बता दें कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई सोशल मीडिया का भारत के खिलाफ इस्तेमाल करती रही है। उसने नागपुर स्थित ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट के एक युवा इंजीनियर को सोशल मीडिया पर महिला की प्रोफाइल बनाकर फंसाया और भारत के कई राज़ हासिल कर लिए। उसके बाद सुरक्षाबलों में कार्यरत कुछ जवान भी पकड़े गए, जो आईएसआई के जाल में फंसकर महत्वपूर्ण सूचनाएं पाकिस्तान तक पहुंचा चुके थे।