जयललिता को ज़हर देने का शक, CBI से जांच कराने संबंधी सुप्रीम कोर्ट में याचिका

नई दिल्ली: चेन्नई की एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने से संबंधित एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में आज दायर की है। एनजीओ तेलुगू युवा शाकसी ने यह याचिका दायर की है। आवेदक ने कहा कि सुश्री जयललिता को जहर देकर मारने की आशंका है और इसकी सीबीआई जांच पूरी होने तक दिवंगत नेता की संपत्ति हस्तांतरण की अनुमति न दी जाए।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार आवेदक ने पूर्व मुख्यमंत्री के इलाज से संबंधित दस्तावेज भी जब्त करने की मांग की है। यह पहला मौका नहीं है जब सुश्री जयललिता के इलाज और उनकी मृत्यु के संबंध में सवाल खड़े किए गए हैं। पिछले नौ दिसंबर को एक तमिल अभिनेत्री गौतमी ताड़माला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित ब्लॉग में इस बात को लेकर संदेह व्यक्त किया था।

सुश्री ताड़माला ने चेन्नई के अपोलो अस्पताल में सुश्री जयललिता को 75 दिनों तक चलने वाले उपचार से संबंधित गोपनीयता पर सवाल खड़े किए थे।