तेलंगाना- प्रणय की हत्या के लिए हुई थी 1 करोड़ का डील, ससुर ने दी थी सुपारी: पुलिस

मिर्यालगुडा (तेलंगाना) : पुलिस ने पूरे देश में सनसनी फैला चुकी दलित युवक प्रणय हत्या के आरोपियों को मंगलवार को मीडिया के सामने पेश किया। पुलिस अधीक्षक रंगनाथ ने मीडिया को इस घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों की जाति अलग-अलग होने के कारण अमृता के पिता मारुति राव ने प्रणय की हत्या करवाई है।

रंगनाथ ने कहा, “इस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या करने वाला व्यक्ति बिहार निवासी सुभाष शर्मा है। उसे समस्तिपुर अदालत में पेश किया गया। अमृता के पिता मारुति राव ने प्रणय की हत्या करवाने के लिए एक करोड़ रुपये का समझौता किया। इस मामले में ए-1 मारुति राव है, जबकि ए-2 सुभाष शर्मा, ए-3 असगर अली, ए-4 महमद बारी, ए-5 अब्दुल करीम, ए-6 मारुति का भाई श्रवण और ए-7 मारुति का वाहन चालक शिव कुमार है। ए-2 को छोड़कर सभी को मीडिया के सामने पेश किया गया। सुभाष शर्मा को कल मीडिया के सामने पेश किया जाएगा।”

ऐसी बनाई योजना

पुलिस अधीक्षक ने बताया, “असगर अली और महमद बारी के खिलाफ पिछले दिनों में ही अनेक मामले थे। महमद बारी इस समय हैदराबाद के मलकपेट में रहता है। वर्ष 2012 से मारुति राव का बारी से परिचय है। राजमंड्री जेल में महमद बारी का सुभाष शर्मा से परिचय हुआ था। करीम की हत्या के समझौता करने में करीम ने सहयोग किया। जनवरी में प्रणय और अमृता की शादी हो गई। इसके बाद दोनों ने बीच में पढ़ाई छोड़ दी। मारुति राव ने अनेक बार प्रणय को धमकी भी दी। सुरक्षा की दृष्टि से प्रणय ने मकान के सामने सीसीटीवी स्थापित की। जुलाई के पहले सप्ताह में ही हत्या करने की योजना बनाई गई। मारूति राव की ओर से करीम ने हत्यारों से बातचीत की। करीम, असगर और बारी ने मिलकर हत्या की योजना बनाई।”

यहां पर हुई डील

रंगनाथ ने आगे कहा, “मिर्यालगुडा के ऑटोनगर में कार में बैठकर डील के बारे में बातचीत की गई। 50 लाख रुपये एडवांस में देने के बारे में समझौता हुआ। 15 लाख एडवांस दिया गया। इस रकम को करीम, असगर और बारी ने बांट ली। हत्या के बाद भाग जाने के लिए पहले ही एक स्कूटी को खरीदी की गई। बातचीत करने के लिए फेक पते पर तीन सिम कार्ड की भी खरीदी कर ली गई। अमृता पर अबॉर्सन करवाने के लिए मारुति राव ने काफी दबाव डाला। अगस्त 17 को मैरेज रिसेप्शन हुआ। मारुति राव ने अपनी इज्जत मिट्टी में मिल गई समझा। वह आग बबुला हो गया।”

पहली कोशिश

पुलिस अधीक्षक ने कहा, ” 14 अगस्त को प्रणय की हत्या करने का पहली कोशिश की गई। ब्यूटी पार्ललर के पास प्रणय का भाई अजय भी था। दोनों में से कौन प्रणय है ये समझ न सके। वापस चले गये। 22 अगस्त को सुभाष शर्मा मिर्यालगुडा आया। उसी दिन शर्मा प्रणय के घर गया और उसके पिता से कार भाड़े पर देने के बारे में पूछा। सितंबर माह के पहले सप्ताह में अमृता का अपहरण करने के बाद प्रणय की हत्या करने की भी योजना बनाई। इसके लिए हैदराबाद से कुछ राउडियों को भी ले आये। मगर असगर अली को यह योजना पसंद नहीं आई। 14 सितंबर को दोपहर को 1.30 बजे हत्या हुई। उस दिन शर्मा बाइक पर कार को फालो करता रहा था। इसके बाद असगर अली के डॉयरेक्शन में शर्मा ने अकेले ही जाकर प्रणय की हत्या कर दी। अमृता के चाचा श्रवण और मारुति राव के बीच मतभेद है। ए-6 और ए-7 का इस मामले में कोई गहरा संबंध नहीं है। अनेक एजेंसियों के सहयोग से दो-तीन दिन में इस मामले का खुलासा हो पाया है।”