दक्षिण भारत में लॉरी हड़ताल से 1,500 करोड़ के राजस्व का नुकसान

चेन्नई। तमिलनाडु लॉरी ओनर्स फेडरेशन के पदाधिकारियों ने कहा है कि लॉरी मालिकों अनिश्चितकालीन हड़ताल से राज्य का करीब 1500 करोड़ रुपये के कारोबार प्रभावित होने की संभावना है। फेडरेशन के प्रतिनिधियों ने कहा कि हड़ताल जारी रहेगी क्योंकि उनकी मांगों को मानने में सरकार विफल रही है।

 

 

 

फेडरेशन के अध्यक्ष कुमारस्वामी ने यहां कहा कि हड़ताल राजस्व का नुकसान करीब 1500 करोड़ तक हो जाएगा क्योंकि लॉरी सड़कों पर हैं ही नहीं। राज्य के परिवहन मंत्री एमआर विजयभास्कर के साथ चर्चा के बाद वह सचिवालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हड़ताल केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पुडुचेरी में है। हमारी कई मांगें हैं और सबसे बड़ी बात तामिलनाडु सरकार द्वारा हाल ही में प्रस्तावित वैट की वापसी की है।

 

 

 

 

ईरोड और नमक्कल जिले में पड़ोसी राज्यों के लिए माल परिवहन और अन्य आवश्यक सेवा हड़ताल के कारण नहीं हुई हैं, यहाँ करीब 5000 लॉरी संचालित नहीं हुई। हड़ताल का हवाला देते हुए कोयम्बेडू सब्जी बाजार विक्रेता एसोसिएशन के उपाध्यक्ष चंद्रन ने कहा कि सब्जियों की आपूर्ति लगभग 50 प्रतिशत से प्रभावित होने की संभावना है।

 

 

 

छोटे ट्रक जो आसपास के स्थानों से सब्जियां लाते हैं, वे काम कर रहे हैं लेकिन हमें डर है कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे अन्य राज्यों से आने वाली लॉरी बंद हो जाएँगी। हमें उम्मीद है कि हड़ताल के कारण लगभग 50 फीसदी आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। मांग में वृद्धि आपूर्ति में गिरावट से सब्जियों की कीमत बढ़ सकती है।