नरेंद्र मोदी की जय जयकार

नई दिल्ली, 03 मार्च: आइंदा लोक सभा इलेक्शन की तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी की कौमी कौंसिल इजलास में कल ( जुमेरात) गुजरात के वज़ीर ए आला नरेंद्र मोदी छा गए। पार्टी इस जलसे में आए मोदी को हाथों हाथ लिया और साफ इशारा दिया कि दिल्ली की सत्ता के चुनावी समर (लड़ाई) में मोदी ही पार्टी के महारथी होंगे।

इजलास में जिस तरह से मोदी की जय जयकार हुई, उससे इस बात में शक नहीं रह गया है कि मोदी बीजेपी के सबसे अहम चेहरे होंगे। इजलास में 2200 से भी ज्यादा लोग मौजूद थे। जिन्होंने खड़े होकर मोदी के देर तक तालियां बजाईं।

माला पहनाकर मोदी को मुबारकबादी देने वाले वाले पार्टी सदर राजनाथ सिंह ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि आज दुनिया में गुजरात की तरक्की की सराहना हो रही है। वे बीजेपी के पहले वज़ीर ए आला हैं जिन्होंने चुनाव में मसलसल तीसरी मरतबा कामयाबी हासिल की।

पिछले इलेक्शन में एनडीए के वज़ीर ए आज़म ओहदे के उम्मीदवार रह चुके सीनीयर लीडर लालकृष्ण आडवाणी को भी पैगाम देने की कोशिश की गई कि पार्टी में अब उनका किरदार भीष्म पितामह की तरह जैसा है। इजलास में बाकी बड़े लीडरो को मोदी जैसी तवज्जो नहीं मिल पाई। राजनाथ की तकरीर करीब 95 मिनट चली।

तालकटोरा स्टेडियम में मुल्क के कोने-कोने से आए पार्टीजनों में सबसे ज्यादा खुशी मोदी को लेकर ही थी। जब भी मोदी का नाम आया, उनके ताइद में नारेबाजी हुई और स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजी।

दिल्ली बीजेपी के सदर विजय गोयल भी अपने को रोक नहीं पाए और उन्होंने यहां तक कह दिया कि लगता है मुल्क के वज़ीर ए आज़म डॉ.मनमोहन सिंह नहीं, नरेंद्र मोदी हैं। गोयल ने कहा अभी उनके बारे में फैसला नहीं हुआ है लेकिन मुल्क का बच्चा-बच्चा मोदी को ही वज़ीर ए आज़म मानने लगा है।

इत्तेहादी सियासत की मजबूरी के वजह से भले ही बीजेपी अभी मोदी को वज़ीर ए आज़म के ओहदे के उम्मीदवार के तौर पर पेश न करे, लेकिन इतना साफ हो गया है कि आंइदा लोकसभा इलेक्शन में कांग्रेस के नायब सदर राहुल गांधी के सामने मोदी ही ताल ठोकते नजर आएंगे। वे कौमी सियासत में भी बड़ा किरदार निभाएंगे।

इजलास में मौजूद हर शख्स मोदी को सुनना चाहता था, लेकिन उनकी तकरीर आज होगी। मोदी ‘गुड गवर्नेंस’ मौजू पर बोलेंगे और गुजरात की तरक्की पर रोशनी डालेंगे। आज ही मध्यप्रदेश के वज़ीर ए आला शिवराज चौहान की भी तकरीर होगी। वह Agriculture की तरक्की पर बोलेंगे।

राजनाथ सिंह ने कहा कि अब सबकी नजरें शिवराज सिंह चौहान और रमन सिंह पर हैं। जो मध्य प्रदेश और छत्तीगढ़ के वज़ीर ए आला हैं। इनकी कियादत में बीजेपी ने मुसलसल दो‍दो इलेक्शन जीती है। इस साल इन रियासतों में असेंबली इलेक्शन हैं।

लालकृष्ण आडवाणी हफ्ते के दिन को एक बार फिर जज़बाती हो गए। पार्टी की कौमी कौंसिल के इजलास में उनकी आंखें नम हो गईं। इस इजलास में अटल बिहारी के छह साल के इक्तेदार को लेकर तैयार सीडी को देखते-देखते आडवाणी अपने आंसू नहीं रोक पाए।

इससे पहले भी गंगा को लेकर एक प्रोग्राम में भी आडवानी रो पड़े थे।