नामज़द ओहदों पर तक़र्रुरात(नियुक्ति) का अमल जल्द शुरू करने का फ़ैसला

चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने पार्टी के इस्तिहकाम और कारकुनों की नाराज़गी दूर करने के लिए नामज़द ओहदों पर तक़र्रुरात(नियुक्ति) का अमल जल्द शुरू करने का फ़ैसला किया है। इस सिलसिले में उन्हों ने ओहदेदारों को हिदायत दी कि मख़लुवा(खाली) कार्पोरेशनों और उन के डाइरेक्टर्स की तादाद पर मुश्तमिल(आधरित) फ़सीलात उन्हें पेश की जाएं।

वाज़ेह रहे कि रियास्ती मंत्रियों पर मुश्तमिल ग्रुप ने पार्टी के इस्तिहकाम के लिए जो सिफ़ारिशात पेश की थीं, इन में नामज़द ओहदों पर तक़र्रुरात(नियुक्ति) की सिफ़ारिश भी शामिल है। बताया जाता है कि चीफ़ मिनिस्टर अगसट मैं मख़लुवा(खाली) ओहदों पर तक़र्रुरात(नियुक्ति) का अमल मुकम्मल करने का मंसूबा रखते हैं, इस सिलसिले में बहुत जल्द पार्टी की राबिता कमेटी का इजलास भी तलब किया जाएगा।

राबिता कमेटी के इजलास में मख़लुवा(खाली) इदारों और जायदादों की तफ़सीलात पेश करते हुए उन के लिए मौज़ूं और अहल पार्टी क़ाइदीन और कारकुनों की फ़हरिस्त तैय्यार की जाएगी। तर्जीह इस बात पर होगी कि तमाम इलाक़ों से मुनासिब नुमाइंदगी दी जाय और हक़ीक़ी कारकुनों के साथ मुकम्मल इंसाफ़ हो।

चीफ़ मिनिस्टर के क़रीबी ज़राए ने बताया कि चीफ़ मिनिस्टर पार्टी कारकुनों की नाराज़गी के ख़ातमे के लिए आजिलाना तौर पर नामज़द ओहदों पर तक़र्रुरात(नियुक्ति) का अमल मुकम्मल करना चाहते हैं, इस सिलसिले में उन्हों ने बाअज़ मंत्रियों और क़ाइदीन से मुशावरत का अमलन आग़ाज़ करदिया है।

उल-ग़र्ज़ अक़लीयती इदारों पर तक़र्रुरात(नियुक्ति) का अमल हुकूमत और पार्टी के लिए आसान नहीं होगा। चीफ़ मिनिस्टर अक़लीयती फ़ैनांस कारपोरेशन, अक़लीयती कमीशन और उर्दू एकेडेमी पर ईद-उल-फ़ित्र से क़बल तक़र्रुरात(नियुक्ति) मुकम्मल करने का मंसूबा रखते हैं ताकि पार्टी कारकुनों को ख़ुश किया जा सके।

अब देखना ये है कि कम ओहदों के लिए ज़ाइद सिफ़ारिशात के पस-मंज़र में चीफ़ मिनिस्टर के लिए क्या ये मुम्किन होपाए गा कि ईद से क़बल तक़र्रुरात(नियुक्ति) मुकम्मल करते हुए बतौर-ए-तोहफ़ा पेश कर सकें।