पर्सनल लॉ कि वजह से मुसलमान एकजुट हो रहे हैं, उनका यह क़दम सराहनीय है: RJD नेता

पटना: बिहार सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री RJD के वरिष्ठ नेता श्री अब्दुल गफ़ूर ने मुसलमानों के एकता पर जोर देते हुए कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के तहत जिस तरह मुस्लिम संगठनों ने एकजुटता दिखाते हुए मुस्लिम पर्सनल लॉ के रक्षा के लिए क्षेत्र में आए हैं उनका यह क़दम सराहनीय है. आगे भी इसी प्रक्रिया का पालन करके एकता दिखाते हुए मुसलमानों को अपने बचाव के लिए मैदान में आना चाहिए. उन्होंने कहा है कि इस्लाम के दुश्मनों ने हमेशा मुसलमानों के बिखराव का फायदा उठाया है और मुसलमान अपने अराजकता से उन्हें यह अवसर प्रदान करते हैं।

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प्रोफेसर अब्दुल गफ़ूर ने मुस्लिम पर्सनल लॉ में सरकार के हस्तक्षेप और धर्मनिरपेक्ष दलों के व्यवहार पर अफसोस व्यक्त करते हुए कहा कि मुसलमानों को इससे निपटने के लिए गंभीर प्रयास करना चाहिए और जोश के बजाय होश से काम लेना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का मुस्लिम पर्सनल ला के प्रति रुख सामने आ चुका है और उसकी इसमें हस्तक्षेप करने को तैयार दिख रही है और उसका उद्देश्य यही है कि मुसलमान अपनी शैक्षिक, राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों को छोड़कर इस बहस में उलझ जाएं। इसलिए उन्होंने जब कि देश सरहदी मुद्दों के अलावा अन्य गंभीर समस्याओं से ग्रस्त है और मोदी सरकार सभी मोर्चे पर विफल है इसलिए इसमें हस्तक्षेप करने का बीड़ा उठाया है ताकि असल मुद्दे से भटकाया जा सके ।
न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार उन्होंने शरीयत में हस्तक्षेप की निंदा करते हुए आरोप लगाया है कि केंद्र में सत्ता में सांप्रदायिक शक्तियां अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए देश की जनता में नफरत फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को शैक्षिक, राजनीतिक सामाजिक विकास सहित समग्र विकास से दूर करने के लिए सांप्रदायिक ताकतें इस तरह का शोशा छोड़ती रहती हैं। मुसलमानों को चाहिए कि वह अपनी शरई ज़िम्मेदारी पूरी करते हुए साम्प्रदायिक ताकतों के इरादों को नाकाम करने के लिए बुद्दीजीवी का प्रदर्शन करें।