सीरिया में भयानक हो सकती है स्थिति, रुस ने अब यह कदम उठाने का फैसला किया!

सीरियाई सरकार ने गलती से रूसी एयरक्राफ्ट को मार गिराया जिसमें 15 रूसी सैनिक मारे गये थे लेकिन रूस ने इसका इलज़ाम इजराइल पर लगाया था के यह रूसी विमान इजराइल सैनिकों ने मार गिराया। जिसकी बाद से इजराइल और रूस के बीच तकरार ने एक नया मोड़ ले लिया है।

हाल ही में रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने सोमवार को कहा कि मॉस्को दो सप्ताह के भीतर असद शासन को एस-300 एंटी-मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति करेगा।

जानकारी के मुताबिक, घोषणा के एक सप्ताह बाद मंत्रालय ने इजरायल पर अप्रत्यक्ष रूप से सीरिया में एक रूसी सैन्य विमान को गिरने का आरोप लगाया था जिसमें 15 सैनिक मारे गए थे।

आपको बता दें की यह रूसी एंटी-मिसाइल सिस्टम इतना ज्यादा ताकतवर है की यह सीरिया पर हमला की जाने वाली कई मिसाइलों को एक झटके में नष्ट कर सकता है।

असद शासन मिसाइल रक्षा प्रणालियों ने पिछले हफ्ते गलती से एक रूसी सैन्य विमान को मार गिराया था। रूसी अधिकारियों ने कहा कि सीरिया की पुरानी एस-200 प्रणाली रूसी विमान को मित्रवत के रूप में पहचानने के लिए परिष्कृत नहीं थी।

शोइगु ने कहा कि सीरिया में एस-300 की आपूर्ति “कुछ गर्मियों को शांत कर देगी” जिनके कार्यों “हमारे सैनिकों के लिए खतरा पैदा करते हैं.” इससे पहले युद्ध में रूस ने एस-300 की आपूर्ति को निलंबित कर दिया था, जिसे इज़राइल का डर था कि सीरिया इसका इस्तेमाल कर सके।

शोइगु ने कहा कि रूस अब शिपमेंट के साथ आगे बढ़ने जा रहा है क्योंकि “स्थिति बदल गई है, और यह हमारी गलती नहीं है। उन्होंने कहा कि सीरिया के लिए एस-300 की आपूर्ति “कुछ गर्मियों को शांत कर देगी” जिनके कार्यों “हमारे सैनिकों के लिए खतरा पैदा करते हैं।

रूसी उप विदेश मंत्री मिखाइल बोगदानोव ने रूसी समाचार एजेंसियों से कहा कि सीरिया को एस-300 की आपूर्ति रूस का “अपना अधिकार” है और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इससे इजराइल के साथ रूस के संबंधों को नुकसान नहीं पहुंचाएगा।