मायावती ने हनुमान मंदिरों में दलित पुजारी को नियुक्त करने की मांग की!

राजस्थान के विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरे बसपा उम्मीदवारों के प्रचार के लिए भरतपुर के नदबई पहुंची बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया। इस दौरान मायावती ने कहा कि दलितों को अपने मान सम्मान और अधिकारों के लिए जागरूक होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि बसपा समाज के सारे वर्ग के मान- सम्मान के लिए लड़ती है, और सर्व समाज के हितों के लिए सोचती है। बसपा का एक ही मुलमंत्र है सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय। इस दौरान सभा में मौजूद भीड़ को बीएसपी के प्रत्याशियों के समर्थन में मतदान करने का संकल्प भी मायावती ने दिलवाया।

वहीं बसपा सुप्रीमो ने योगी आदित्यनाथ के द्वारा हनुमान जी को दलित बताने पर चुटकी भी ली। साथ हीं यूपी मुख्यमंत्री योगी से यूपी के हनुमान जी के मंदिरों में दलित पुजारी को नियुक्त करने की मांग भी कर डाली।

मायावती ने राम मंदिर के मुद्दे पर की भाजपा की आलोचना भी की और कहा कि सरकार सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का पालन करे, नहीं तो सर्वदलीय बैठक बुलाकर कानून बनाए। मायावती ने यह भी कहा कि बसपा जातिवाद की राजनीति कभी भी नहीं करती।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस व भाजपा दलित विरोधी पार्टी है। इन दोनों ने दलित व आदिवासियों समुदाय का जमकर शोषण किया है। मायावती का मानना है कि अपने हक के लिए दलितों को एक साथ होने की बात भी कही।

साथ ही मंडल कमीशन की सारी सिफारिशें अब तक लागू नही होने पर केंद्र सरकार की निंदा भी की। चुनावी सभा में मायावती ने आर्थिक आधार पर समाज के हर वर्ग के लिए अारक्षण की मांग का समर्थन भी किया।

आपको बता दें कि, बीएसपी ने राज्य विधानसभा चुनाव में 200 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवार खड़े किए था। अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह के निधन के बाद 199 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

साभार- ‘ज़ी न्यूज़’