मिस्र में इख़वान अलमुस्लिमीन की कामयाबी!

क़ाहिरा ३० नवंबर (एजैंसीज़) मिस्र में तारीख़ी इंतिख़ाबात का मरहला जारी है और तवक़्क़ो है कि इस्लामी जमात इख़वान अलमुस्लिमीन ग़ैरमामूली कामयाबी हासिल करेगी। आज मुल्क भर में राय दही का दूसरा दिन था जहां क़ाहिरा के बिशमोल दीगर बड़े शहरों में अवाम ने जोश-ओ-ख़ुरोश के साथ अपने हक़ राय दही का इस्तिफ़ादा किया ।

तहरीर उसको आवर पर मुज़ाहिरों के पस-ए-मंज़र में पर अमन इंतिख़ाबात के इनइक़ाद के ताल्लुक़ से अंदेशे ज़ाहिर किए जा रहे थे लेकिन अवाम ने मुश्किलात के बावजूद ग़ैरमामूली दिलचस्पी का मुज़ाहरा करते हुए इन अंदेशों को ग़लत साबित किया। अब तक की राय दही बहैसीयत मजमूई पुरअमन रही।

फ़ौजी हुक्मराँ कौंसल के रुकन जनरल इस्माईल अतमान ने अल-जज़ीरा टी वी को बताया कि 70 फ़ीसद से ज़ाइद राय दही रिकार्ड की गई। क़ाहिरा में बीबी सी के नुमाइंदे ने कहा कि राय दही में अवाम का जोश-ओ-ख़ुरोश ज़ाहिर करता है कि वो जमहूरीयत के ख़ाहां हैं लेकिन हैरतअंगेज़ पहलू ये है कि इंतिख़ाबात के नताइज अगरचे अभी ज़ाहिर नहीं हुए हैं लेकिन जो इशारे मिल रहे हैं , उन के मुताबिक़ इख़वान अलमुस्लिमीन ग़ैरमामूली कामयाबी हासिल करेगी ।

ग़ैर सरकारी एग्ज़िट पुलिस में कहा गया है कि इख़वान अलमुस्लिमीन की फ़्रीडम ऐंड जस्टिस पार्टी ने फ्यूम इलाक़ा में ग़ैरमामूली मुज़ाहरा किया है जहां इस तंज़ीम की बुनियादें काफ़ी मज़बूत हैं, इस के इलावा क़ाहिरा के पड़ोसी इलाक़ों में भी जहां मेहनत कश तबक़ा की अक्सरीयत है, वो भी इख़वान अलमुस्लिमीन की हामी है। समझा जाता है कि मिस्र की नई पार्लीमैंट में इख़वान अलमुस्लिमीन कलीदी रोल अदा करेगी। गुज़श्ता माह तीवनस और जारीया माह मराक़िश में भी एतिदाल पसंद इस्लामी जमातों ने कामयाबी हासिल की है ।

अगर मिस्र के नताइज भी इन ही ख़ुतूत पर बरामद होते हैं तो ये तीसरा अरब मुल्क होगा । उस वक़्त आलम अरब में आम तौर पर ये रुजहान देखा जा रहा है कि अवाम मुस्लिम जमातों के ज़रीया नई हुकूमत और पालिसीयां तशकील देने के हक़ में है और नया दस्तूर वज़ा करने में भी ये जमातें अहम रोल अदा कर रही हैं।

मिस्र में मुवाफ़िक़ जमहूरीयत अवाम और मुसल्लह फ़ौज के माबैन परतशद्दुद झड़पों के बावजूद अवाम ने जोश-ओ-ख़ुरोश के साथ पहले आज़ादाना इंतिख़ाबात में हिस्सा लिया। पोलिंग बोथस के बाहर आज दूसरे और आख़िरी दिन राय दहिंदों की तवील क़तारें देखी गईं। इंतिख़ाबी कमीशन के सरबराह अबदालमाज़ इबराहीम ने कहा कि हमें अवाम के ग़ैरमामूली जोश-ओ-ख़ुरोश और इतनी ज़्यादा तादाद में राय दही में हिस्सा लेने पर हैरत हैं।

उन्हों ने अल्लाह का शुक्र अदा किया और कहा कि सीकोरीटी का कोई मसला दरपेश नहीं था। उन्हों ने बताया कि बैरूनी ममालिक में सिफ़ारतकारों ने इंतिख़ाबी नताइज रवाना करना शुरू करदिया है लेकिन कमीशन इंतिख़ाबी अमल मुकम्मल होने तक गिनती का आग़ाज़ नहीं करेगा।