मुस्लमानों के लिए तहफ़्फुज़ात पर वज़ीर आज़म का मकतूब,बी एस पी को उलझन

लखनऊ, ३० नवंबर, ( यू एन आई) उत्तरप्रदेश में असैंबली इंतिख़ाबात से क़बल मुस्लमानों के रिज़र्वेशन के मुआमला पर हुक्मराँ बहुजन समाज पार्टी को मात देने के लिए कांग्रेस की ज़ेर क़ियादत तरक़्क़ी पसंद इत्तिहाद हुकूमत ने कहा कि मज़हबी ख़ुतूत पर तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी रियासत की सवाबदीद पर है।

यू पी ए ने कहा कि अगर चीफ़ मिनिस्टर तहफ़्फुज़ात देना चाहती हैं तो वो इस पर अमल दरआमद कर सकती हैं। ये बात वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर से जारी किए हुए एक मकतूब में कही गई है, जिस में ये वाज़िह किया गया है कि मर्कज़ मज़हबी ख़ुतूत पर तहफ़्फुज़ात देने का ऐलान नहीं कर सकता क्योंकि ये आईनी जज़बे के ख़िलाफ़ है लेकिन अगर रियास्ती हुकूमत चाहती है तो वो ऐसा करसकती है।

वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर ने ये मकतूब चीफ़ मिनिस्टर के ज़रीया वज़ीर-ए-आज़म को रवाना किए हुए मकतूब के जवाब में भेजा है जिस में दर्ज फ़हरिस्त ज़ातों-ओ-क़बाइल की तर्ज़ पर मुस्लमानों को तहफ़्फुज़ात देने का मुतालिबा किया गया था।

उन्होंने अक्टूबर में मकतूब रवाना करके जाटों, मुस्लमानों और आला ज़ातों में ग़रीबों को तहफ़्फुज़ात देने का मुतालिबा किया था।

असैंबली इंतिख़ाबात के मद्द-ए-नज़र रियासत में गहमा गहमी बढ़ने और मुस्लमानों के लिए तहफ़्फुज़ात का ऐलान ना करने पर मायावती की कांग्रेस पर नुक्ता चीनी के बाद वज़ीर-ए-आज़म ने जवाबी हमले का फ़ैसला किया। गुज़श्ता हफ़्ता रवाना करदा मकतूब में जुनूबी रियास्तों की मिसाल दी गई है।

जहां रियास्ती हुकूमतों ने मुस्लमानों को रिज़र्वेशन दिया है।