म्यांमार भेजे जाने के डर से शिविरों से भाग रहे रोहिंग्या मुस्लिम

बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों में रह रहे रोहिंग्या मुसलमान जबरन म्यांमार भेजे जाने के डर से शिविरों से भागना शुरू कर दिया है। समुदाय के नेताओं ने यह जानकारी दी।

विदित हो कि ये रोहिंग्या शरणार्थी म्यांमार की सेना के अत्याचार के बाद वहां से भाग निकले थे। संयुक्त राष्ट्र ने इस क्रूरता को नस्लीय सफाया का नाम दिया था। हालांकि अब बांग्लादेशी अधिकारी रोहिंग्या शरणार्थियों को गुरुवार से बौद्ध बहुल म्यांमार वापस भेजे जाने की योजना बना रहे हैं।

समुदाय के नेताओं का कहना है कि इस संभावना ने शिविरों में रह रहे लोगों को डरा दिया है, इसलिए जिन परिवारों को सबसे पहले वापस भेजा जाना था, वे शिविर से फरार हो गए हैं।

जामतोली शरणार्थी शिविर के नूर इस्लाम ने कहा, “अधिकारी रोहिंग्या शरणार्थियों को लगातार वापस जाने के लिए प्रेरित करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इसके उलट वह डर कर दूसरे शिविरों में भाग रहे हैं।