‘राम’ को भूल ‘मुस्लिम-पत्नियों’ की वकील बन गई मोदी सरकार- तोगड़िया

नरेंद्र मोदी सरकार पर राम को भूल जाने और मुसलमानों का अधिवक्ता बनने का आरोप लगाते हुए विश्व हिंदु परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगडिया ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार को नींद से जगाने के लिए 21 अक्तूबर को उनके लाखों समर्थक लखनऊ से अयोध्या के लिए कूच करेंगे. विहिप छोड़ चुके और अब एक अन्य मिलते—जुलते संगठन अन्तरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष तोगड़िया ने कहा कि केंद्र सरकार अपने वादों से पीछे हट गयी है.

जनता की सारी उम्मीदें तोड़ने के लिए मोदी सरकार की आलोचना करते हुए तोगड़िया ने कहा कि वह राम को भूल गयी है और तीन तलाक के मुददे पर ‘मुस्लिम पत्नियों’ की वकील बन गयी है. उन्होंने कहा कि परिषद 21 अक्तूबर को लखनऊ से अयोध्या तक मार्च करेगा और केंद्र को उसकी नींद से जगायेगा.

 

तोगड़िया लंबे समय से मोदी सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं. वे अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे पर भाजपा पर वादा खिलाफी का आरोप कई बार लगा चुके हैं. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि सत्ता के मद में चूर लोग यह जान लें कि हिंदू के बलबूते भाजपा है, भाजपा के बलबूते हिंदू नहीं. उन्होंने कहा था कि इन चार वर्षों में आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बार-बार बैठकें की. सरकार से राम मंदिर के लिए कानून बनाने की प्रार्थना की. संतों ने प्रधानमंत्री से मिलकर उन्हें बहुत समझाया, लेकिन अब तक कोई परिणाम नहीं आया है.

 

करीब 30 वर्ष तक विश्व हिंदू परिषद से जुड़े रहने के बाद उन्होंने इस साल अप्रैल महीने में संगठन छोड़ा था. इससे पहले उन्हें संगठन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था. उनकी जगह हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल वी एस कोकजे को आज विहिप का अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया.